ददरी मेला : मैथिली ठाकुर ने सुरों से सर्द रात में घोली गर्माहट
बलिया, 02 दिसम्बर (हि.स.)। ऐतिहासिक ददरी मेला के भारतेंदु कला मंच पर आयोजित भजन संध्या में मैथिली ठाकुर ने शुक्रवार की सर्द रात में अपने सुरों से गर्माहट घोली। मैथिली के अलावा भजन गायक दीपक त्रिपाठी, प्रणव सिंह कान्हा और शीलू श्रीवास्तव ने भी दर्शकों पर अपनी गायकी का जादू चलाया।
भारतेंदु कला मंच से भजन संध्या के रूप में पहला कार्यक्रम भजन संध्या सफल रहा। पारंपरिक गीतों से ख्याति बटोर रहीं प्रख्यात गायिका मैथिली ने सबसे पहले 'छाप तिलक छीनी रे मो से नैना मिलाई के...' गाकर अपने सुरों का कारवां शुरू किया। इसके बाद 'आजु मिथिला नगरिया में....' व अन्य कई सुप्रसिद्ध गीतों से मैथिली ने वाहवाही बटोरी। भजन गायक दीपक त्रिपाठी ने भी दर्शकों को अपनी प्रस्तुतियों से मध्यरात्रि के बाद तक बांधे रखा।
इसके पहले ददरी मेला के विशाल भारतेन्दु कला मंच पर मुख्य आकर्षण प्रख्यात गायिका मैथिली ठाकुर के आने तक लखनऊ की रासरंग संस्था के कलाकारों ने लोकनृत्य की प्रस्तुति से सबको बांधे रखा।
वाराणसी से आए प्रणव सिंह कान्हा ने बलिया का थीम सांग गाया तो माहौल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत जिला जज अशोक कुमार सप्तम, जिलाधिकारी रवींद्र कुमार, पुलिस अधीक्षक एस आनंद व नगर पालिका अध्यक्ष संत कुमार मिठाई लाल ने दीप प्रज्वलित कर की।
हिन्दुस्थान समाचार/एन पंकज/राजेश/मोहित
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