बलिया से भाजपा का टिकट मिलने पर भावुक हुए नीरज शेखर ने क्या कहा ?
बलिया, 11 अप्रैल (हि. स.)। पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर की परंपरागत संसदीय सीट से भाजपा का टिकट मिलने पर नीरज शेखर भावुक हो गए। उन्होंने गुरूवार को ''हिन्दुस्थान समाचार'' से दूरभाष पर कहा कि बलिया से उनके परिवार का भावनात्मक रिश्ता है। भाजपा नेतृत्व मेरे पिता का सम्मान करता है।
1977 से अब तक सिर्फ 2019 का ही वह लोकसभा चुनाव रहा, जब बलिया लोकसभा सीट पर चन्द्रशेखर या उनके परिवार का कोई चुनावी मैदान में नहीं था। 1977 से 2004 तक खुद चन्द्रशेखर इस सीट से चुनाव लड़ते रहे। उनके निधन के बाद 2007, 2009 और 2014 में उनके छोटे पुत्र नीरज शेखर ने बतौर समाजवादी पार्टी उम्मीदवार चुनाव लड़ा। 2019 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर के पुत्र नीरज शेखर का टिकट काट कर सनातन पाण्डेय को लड़ाया था। नाराज नीरज शेखर ने समाजवादी पार्टी और राज्यसभा की सदस्यता दोनों छोड़ दी थी। पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रिश्ते सहज रहे हैं। लिहाजा नीरज शेखर को भाजपा का दामन थामने में कोई दिक्कत नहीं हुई। भाजपा ने भी उन्हें राज्यसभा में भेज दिया था। इस लोकसभा चुनाव में वीरेन्द्र सिंह मस्त का टिकट काटकर नीरज शेखर को उम्मीदवार बनाए जाने के पीछे इस संसदीय सीट से चन्द्रशेखर का जुड़ाव भी अहम माना जा रहा है। टिकट मिलने के बाद अपनी भावनाओं को व्यक्त करते वक्त नीरज शेखर भावुक नजर आए।
उन्होंने कहा कि 1977 से इस सीट से उनके पिता जी चुनाव लड़ते रहे। पिछले पंद्रह सालों से मैं प्रयास करता रहा हूं कि पिता जी के नाम पर कोई आंच न आए। प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह व मुख्यमंत्री योगी आभार जताते हुए उन्होंने कहा कि इन सभी नेताओं का विश्वास मुझ पर रहा है। धन्यवाद शीर्ष नेतृत्व का कि उन्होंने इस लायक समझा कि मैं फिर से बलिया से लोकसभा चुनाव लड़ सकूं। मेरे लिए यह एक ऐसा अनुभव है, जिसका शब्दों में वर्णन नहीं कर सकता। जब 2014 में लोकसभा चुनाव नहीं लड़ पाया था तो व्यक्तिगत रूप से बड़ी ग्लानि हुई थी, क्योंकि 1977 से पिता जी या मैं चुनाव लड़ते रहे। अब फिर से यह अवसर मिला है कि मैं चुनाव लड़ रहा हूं। इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी समेत सभी शीर्ष नेतृत्व का आभार व्यक्त करता हूं। ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे और पूर्वांचल एक्सप्रेस वे जैसे बड़े विकास कार्यों का जिक्र करते हुए नीरज शेखर ने कहा कि अगले पांच साल में मेरा प्रयास रहेगा कि कुछ उद्योग ला सकूं।
हिन्दुस्थान समाचार/पंकज
/सियाराम
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