बलिया में 13 से 16 नवम्बर तक होगा एबीवीपी का 65वां प्रांतीय अधिवेशन
बलिया, 04 नवम्बर (हि.स.)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) के गोरक्ष प्रांत का 65वां प्रांतीय अधिवेशन बलिया में 13 से 16 नवम्बर तक होगा। यह जानकारी मंगलवार को विभाग कार्यालय पर आयोजित प्रेस वार्ता में अभाविप के प्रांत मंत्री मयंक राय ने दी।
उन्होंने बताया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गोरक्ष प्रांत का 65वां प्रांत अधिवेशन शहर के सतीश चंद्र कॉलेज में 13, 14, 15 और 16 नवम्बर को आयोजित होगा। अधिवेशन में गोरक्ष प्रांत के समस्त संगठनात्मक 17 जिलों से लगभग 1500 कार्यकर्ता उपस्थित रहेंगे। अधिवेशन की थीम विकसित भारत के लक्ष्य एवं युवा नेतृत्व है। जिस पर व्यापक विचार-विमर्श होगा। साथ ही अधिवेशन के मुख्य सभागार का नाम जयप्रकाश नारायण सभागार रखा गया है, जो स्वतंत्रता संग्राम के अग्रदूत और सम्पूर्ण क्रांति के प्रणेता थे। अधिवेशन का प्रवेश द्वार स्वतंत्रता संग्राम के प्रथम क्रांतिकारी शहीद मंगल पांडेय के नाम पर रखा गया है। जो देशभक्ति, साहस और त्याग की भावना का प्रतीक बनेगा।
इसी क्रम में अधिवेशन परिसर के विभिन्न स्थलों को भारतीय इतिहास, संस्कृति और राष्ट्रनिर्माण में योगदान देने वाले महान व्यक्तित्वों के नाम से अलंकृत किया गया है। भोजनालय को अन्नपूर्णा रसोई, छात्र निवास को वीर कुंवर सिंह छात्रावास, छात्रा निवास को रानी अब्बक्का निवास तथा शिक्षक निवास को हजारी प्रसाद द्विवेदी आवास के नाम से जाना जाएगा। यह नामकरण उन महान विभूतियों के प्रति सम्मान का प्रतीक होगा, जिन्होंने अपने जीवन से देश, समाज और संस्कृति के प्रति समर्पण की अमिट छाप छोड़ी है।
अधिवेशन स्थल पर परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा एक भव्य प्रदर्शनी लगाई जाएगी। जिसमें राष्ट्रीयता, शिक्षा, समाज एवं बलिया की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर की विस्तृत झलक प्रस्तुत की जाएगी। प्रदर्शनी में बलिया की गौरवशाली स्वतंत्रता आंदोलन की विरासत, वीर क्रांतिकारियों के योगदान और भारतीय संस्कृति की विविधता को विशेष रूप से दर्शाया जाएगा।
इसी के साथ चार दिवसीय अधिवेशन में पूर्वांचल के शैक्षिक संस्थानों द्वारा मनमानी शुल्क वृद्धि और परीक्षा परिणामों में हो रही त्रुटियों पर तत्काल अंकुश लगाने, स्वास्थ्य व रोजगार सहित अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रस्ताव भी पारित किए जाएंगे। अधिवेशन में यह भी विचार किया जाएगा कि विद्यार्थियों के हितों की रक्षा हेतु परिषद किस प्रकार नीतिगत हस्तक्षेप और संघर्षात्मक अभियानों के माध्यम से एक सशक्त शैक्षिक वातावरण का निर्माण करे। चार दिवसीय प्रांत अधिवेशन में दो प्रमुख विचार-सत्रों का आयोजन किया जाएगा, जिनमें संघ शताब्दी वर्ष के संदर्भ में प्रथम भाषण होगा। जिसमें समाज परिवर्तन हेतु संघ द्वारा किए गए पंच परिवर्तन के आह्वान पर चर्चा की जाएगी। इसमें युवाओं को राष्ट्रहित में समर्पित जीवन जीने की प्रेरणा देने वाले प्रो. यशवंत राव केलकर के विचारों पर भी चर्चा होगी।
अधिवेशन की योजनाओं के संबंध में प्रांत मंत्री ने बताया कि 13 नवम्बर को प्रदर्शनी के उद्घाटन से अधिवेशन प्रारम्भ होगा, अगले दिन 14 नवम्बर को अधिवेशन का विधिवत उद्घाटन किया जाएगा, 15 नवम्बर को अधिवेशन के तीसरे दिन भव्य शोभा यात्रा का आयोजन किया जाएगा, जो अधिवेशन स्थल सतीश चंद्र कॉलेज से टीडी कॉलेज चौराहे तक निकलेगी। इस शोभा यात्रा में लगभग 1500 अभाविप कार्यकर्ता एवं विद्यार्थी पारम्परिक परिधानों और परिषद के ध्वज के साथ सहभागी होंगे। यात्रा में देशभक्ति गीतों, नारों और झांकियों के माध्यम से संगठन की गौरवशाली परम्परा, सांस्कृतिक वैभव और राष्ट्र निर्माण के संकल्प को प्रदर्शित किया जाएगा। यात्रा के समापन के पश्चात टीडी कॉलेज चौराहे पर एक विशाल खुले अधिवेशन का आयोजन होगा। जिसमें परिषद के प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित रहकर युवाओं को सम्बोधित करेंगे।
इस अवसर पर संगठन के राष्ट्रवादी विचार, विद्यार्थी हितों से जुड़ी नीतियाँ तथा समाज परिवर्तन के संकल्पों पर सारगर्भित उद्बोधन दिए जाएंगे।
अंतिम सत्र में अभाविप गोरक्ष प्रांत की सत्र 2025–26 की नई प्रांत इकाई की घोषणा भी की जाएगी। इस अवसर पर आगामी वर्ष के लिए संगठनात्मक दिशा, कार्य योजना और प्राथमिकताओं को निर्धारित किया जाएगा।
अधिवेशन व्यवस्था प्रमुख डॉ. ज्ञानेंद्र सिंह ने कहा कि बलिया की धरती अभाविप के 65वें प्रांत अधिवेशन के लिए पूरा बलिया उत्साह और ऊर्जा से सराबोर है। इस अवसर पर अभाविप के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य ऋषभ सिंह, प्रांत मीडिया संयोजक शिवम पांडेय, प्रांत अधिवेश व्यवस्था प्रमुख डॉ. ज्ञानेंद्र नाथ सिंह व साक्षी सिंह उपस्थित रहीं।
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हिन्दुस्थान समाचार / नीतू तिवारी

