आयुर्वेद को जीवनशैली का हिस्सा बनायें : राजेन्द्र कुमार मौर्य

आयुर्वेद को जीवनशैली का हिस्सा बनायें : राजेन्द्र कुमार मौर्य
WhatsApp Channel Join Now
आयुर्वेद को जीवनशैली का हिस्सा बनायें : राजेन्द्र कुमार मौर्य


आयुर्वेद को जीवनशैली का हिस्सा बनायें : राजेन्द्र कुमार मौर्य


--शहीद उद्यान पार्क में आयुर्वेद दिवस एवं धन्वन्तरि जयन्ती समारोह का आयोजन

प्रतापगढ़, 10 नवम्बर (हि. स.)। आयुष विभाग द्वारा आरोग्य देवता भगवान धन्वंतरि की जयन्ती के अवसर पर अष्टम आयुर्वेद दिवस को शहीद उद्यान पार्क (कम्पनी गार्डेन) में शुक्रवार को मनाया गया। विधायक सदर ने कहा कि आयुर्वेद सिर्फ उपचार नहीं है बल्कि इसे समग्र रूप से जीवनशैली का हिस्सा बनाना चाहिये।

विधायक सदर राजेन्द्र कुमार मौर्य की उपस्थिति में भगवान धन्वंतरि की आराधना के साथ मंत्रोच्चार के बीच हुआ। इसके पहले स्वास्थ्य जागरूकता के लिये ‘‘रन फॉर आयुर्वेद’’ रैली भी निकाली गयी। विधायक ने कहा आज भारत के नेतृत्व में 100 से अधिक देशों के आमजन, किसान और छात्र आयुर्वेद फॉर वन हेल्थ अभियान से जुड़े हैं एवं समर्थन किया है। उन्होंने औषधीय पौधों का रोपण कर प्रकृति संरक्षण का संदेश दिया।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संघ चालक चिंतामणि द्विवेदी ने कहा कि आयुर्वेदिक औषधियों के साथ आयुर्वेदिक जीवनशैली वैश्विक परिप्रेक्ष्य में आकर्षण का केन्द्र बन गयी है। कोरोना काल में हमारी जीवनशैली एवं भारतीय संस्कृति ने सम्पूर्ण विश्व को प्रभावित किया है।

अध्यक्षता करते हुये क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डाॅ जयराम यादव ने कहा कि गर्व का विषय है कि आयुष मंत्रालय के प्रयासों से आज आयुर्वेद हमारे देश की चहारदीवारी से निकलकर वैश्विक क्षितिज पर स्थापित हो रहा है।

चिकित्साधिकारी डाॅ भरत नायक ने श्री अन्न एवं औषधीय पौधों की पैदावार बढ़ाने पर जोर दिया। कार्यक्रम का संचालन करते हुये चिकित्साधिकारी डाॅ अवनीश पाण्डेय ने बताया कि सप्ताह भर चले इस अभियान में जिले के सभी राजकीय आयुर्वेदिक होम्योपैथिक एवं यूनानी चिकित्सकों द्वारा विद्यालयों में छात्रों को स्वास्थ्य के लिये एवं गांवों में किसानों को औषधीय पौधों की खेती के लिये जागरूक किया गया। डाॅ रंगनाथ शुक्ल ने कहा कि स्वस्थ रहने के लिये उचित खानपान जरूरी है। हम क्या खाये, कितना खायें, कब खायें और कैसे खायें, यदि यह ज्ञान हो जाये तो कई बीमारियों से बच सकते हैं।

डाॅ आशीष त्रिपाठी ने भगवान धन्वंतरि के ऐतिहासिक पृष्ठ भूमि पर प्रकाश डालते हुये समुद्र मंथन से उनके अवतरण की बात कही। नगर पालिका परिषद बेल्हा के अधिशासी अधिकारी राम अचल कुरील सहित गिरिजा शंकर, डॉ त्रिभुवन राम, डाॅ ब्रहमानन्द, डाॅ रंगनाथ शुक्ल, डाॅ अवनीश पाण्डेय, डाॅ आकांक्षा पाण्डेय, डाॅ शशेन्द्र सिंह, डाॅ आशीष त्रिपाठी आदि उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/दीपेन्द्र

/विद्याकांत

हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्‍वाइन करने के लि‍ये  यहां क्‍लि‍क करें, साथ ही लेटेस्‍ट हि‍न्‍दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लि‍ये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लि‍ये  यहां क्लिक करें।

Share this story