रचनाकारों ने की राम-आराधना, योगी सरकार ने कवियों को दिया मंच
अयोध्या, 03 फरवरी (हि. स.)। श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अवधपुरी में योगी सरकार द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की अनवरत शृंखला जारी है। इसी कड़ी में श्री राम सांस्कृतिक संकुल में रामोत्सव 2024 के अंर्तगत विशेष कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें स्थानीय कवियों-कवयित्रियों ने अपनी रचनाएं सुनाकर प्रभु राम की स्तुति की।
सम्मेलन में अजय विभोर ने ''सभी तीर्थ से भी बड़ी स्थली है,अयोध्या है पावन जहां राम आये...'', नवनीत पांडेय ने ''हमको अपने रामचंद्र का राजतिलक कल ही करना है...'' और अध्यक्षता कर रहे अशोक टाटंबरी ने अपनी आशु कविता से संत कबीर अकादमी, संस्कृति विभाग का आभार प्रकट किया। इनके अलावा पूजा यक्ष, शैलेंद्र मासूम, वेदप्रकाश प्रचण्ड, चंदन रूद्र, दुर्गेश दुर्लभ, अर्चना द्विवेदी, अनुजेंद्र अनुज, कात्यायनी कीर्ति और सौरभ त्रिपाठी ने अपनी बेहतरीन राममय कविताओं से सभी का मन मोह लिया।
वहीं जगह-जगह पर अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जा रहा है। संस्कृति विभाग द्वारा तुलसी मंच, अयोध्या में बंगाल से आए डॉ. हरे कृष्णा हलदर द्वारा श्री चैतन्य सकीर्तन परंपरा को एक बार पुनः सजीव किया गया। उनके सदस्यों द्वारा श्रीखोल (पखावज) वादन ने आमंत्रित दर्शकों को भक्ति रस में डुबो दिया। सभी दर्शक उनके पखवाज वादन के दौरान भक्ति भाव में झूमते नजर आए।
हिन्दुस्थान समाचार /पवन पाण्डेय/सियाराम
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