अयोध्या में उमड़ी आस्था, शयन आरती तक के लिए खोला गया मंदिर
-लाखों राम भक्तों ने किया रामलला का दर्शन, पहले दिन 5 लाख दर्शनार्थियों ने किया दर्शन
अयोध्या, 23 जनवरी (हि.स.)। श्रीराम जन्मभूमि के नवनिर्मित श्रीरामलला के मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहले दिन दर्शनार्थियों की भारी भीड उमड़ी। प्रशासन का कहना है कि दर्शन के पहले दिन अयोध्या पहुंचने वाले दर्शनार्थियों की संख्या ने लगभग आठ लाख का आंकड़ा पार कर लिया। जबकि तकरीबन पांच लाख दर्शनार्थियों ने श्रीरामलला के दर्शन किये। आलम यह रहा कि श्रीरामलला के मंदिर को रात नौ बजे तक के लिए खोलना पड़ा।
पहले दिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी पहुंचे। उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर परिसर का निरीक्षण किया। योगी ने यहां पहुंचकर अयोध्या का हवाई सर्वेक्षण भी किया। दर्शन से जुड़ी व्यवस्थाओं को भी जाना। जिस समय मंदिर के प्रवेशद्वार पर रामभक्तों की भीड़ लगी थी, उस वक्त सीएम योगी मंदिर भ्रमण पर थे और उन्होंने भी मंदिर में प्रवेश के लिए जूझ रहे श्रद्धालुओं को देखा। यहां की स्थिति को देखने के बाद ये अधिकारियों को निर्देश देते नजर आये। मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को साधु-संतों व श्रद्धालुओं हेतु प्रभु श्रीरामलला के सुलभ एवं सहज दर्शन व सभी आवश्यक व्यवस्थाएं दुरुस्त रखते हुए दर्शन को सुचारू रूप से संचालित करते रहने को कहा।
प्राण प्रतिष्ठा के बाद मंगलवार की भोर में जब राममंदिर आम भक्तों के लिए खुला तो भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। मंदिर खुलने का समय सुबह सात बजे से है, लेकिन रामजन्मभूमि पथ पर सुबह चार बजे से ही श्रद्धालु डट गए थे। भक्तों की आस्था ने रामलला के दर्शन का नया रिकाॅर्ड भी बना दिया। शाम छह बजे तक 3.5 लाख श्रद्धालुओं ने रामलला के दरबार में हाजिरी लगा ली थी। प्रशासन का कहना था कि अभी लगभग इतने ही श्रद्धालु अयोध्या धाम नगर में हैं और वे दर्शन की प्रतीक्षा में हैं।
भोर से ही लाखों राम भक्तों का जन्मभूमि पथ पर लगा जमावड़ा
मंगलवार की भोर से अयोध्या की सड़कों और गलियों में आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा था। पुलिस और प्रशासन की मुश्तैदी से नियंत्रित भीड़ धीरे-धीरे आगे बढ़ती रही और यहां पहुंचे दर्शनार्थी श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह पहुंचकर श्रीरामलला का दर्शन कर पुण्य लाभ लेते रहे। लेकिन, जैसे-जैसे सूरज आगे बढ़ रहा था, ठीक वैसे वैसे ही अयोध्या की धराधाम पर दर्शनार्थियों की भीड़ भी बढ़ रही थी। दोपहर तक जिला प्रशासन ने अपनी मुस्तैदी और बढ़ा दी तथा अयोध्या कैंट (फ़ैजाबाद) व अयोध्या धाम (नयाघाट) की ओर से आने वाली सड़कों पर चलने वाले चरपहिया व दो पहिया वाहनों पर रोक लगा दी गयी। वाहनों को रोकने के लिए अयोध्या धाम कोतवाली के पहले ही एक बैरियर बनाकर रामभक्तों को नियंत्रित करना शुरू कर दिया गया। बावजूद इसके मंदिर के मुख्य गेट तक दर्शनार्थियों का हुजूम पहुंच रहा था। जय श्रीराम के जयघोष, भारतीय वाद्ययंत्रों की धुन व ढोल-नगाड़ों की गूंज पर भजन गाते बढ़ने वाले राम भक्तों का उत्साह बढ़ता ही जा रहा था। राम जन्मभूमि पथ पर पहुंचे सभी भक्तों को दर्शन कराया गया।
पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार और प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद खुद मंदिर के अंदर जमे रहे और व्यवस्था पर नजर बनाये रखे। अयोध्या पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ''एक्स'' पर एक पोस्ट में सोशल मीडिया पर फैल रही उन अफवाहों का खंडन किया है कि भारी भीड़ के कारण मंदिर को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।भक्तों को सुचारू दर्शन सुनिश्चित करने के लिए 8000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात हैं।
यूपी के प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और स्पेशल डीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार स्थिति पर नजर रखने के लिए राम मंदिर के अंदर मौजूद हैं।
जिलाधिकारी नितीश कुमार ने बताया कि भीड़ काफी आ गई है। पहले से भी लोग मौजूद थे। सभी को सुव्यवस्थित ढंग से दर्शन कराने के प्रबंध किए जा रहे हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/पवन पाण्डेय/आकाश
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