रामजन्मभूमि द्वितीय प्रतिष्ठा द्वादशी समारोह में अंगद टीला पर रामलीला का हुआ शुभारंभ
अयोध्या, 29 दिसंबर (हि.स.)। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा आयोजित श्री राम जन्मभूमि के द्वितीय प्रतिष्ठा द्वादशी समारोह के मंच पर सोमवार को रामलीला का शुभारंभ हुआ । मंच पर प्रस्तुत रामलीला परंपरा से हटकर विशेष आकर्षण का केंद्र रही| दो दिवसीय मंचन के पहले दिन प्रसंग रामचरितमानस व वाल्मीकि रामायण के रहे किंतु प्रस्तुतिकरण गायन एवं नृत्य शैली में हुआ|
अंगद टीला परिसर में बने समारोह मंच पर बेंगलुरु की बेस्टन में पेशे से इंजीनियर डॉ संगीता मनीष ने कुचीपुड़ी नृत्य शैली में प्रभु श्रीराम के भूलोक पर अवतरण से रावण वध के बाद राम राज्याभिषेक तक की मोहक प्रस्तुति दी| अपनी दूसरी प्रस्तुति में डॉ मनीषा ने कृष्ण तरंगम के माध्यम से कृष्ण कथा का नृत्य मंचन किया|
इसके बाद गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ से जुड़ी छात्र-छात्राओं द्वारा रामलीला का मोहक मंचन किया गया| प्रस्तुति का प्रारम्भ डॉ मुरली मनोहर द्वारा परिचय के साथ हुआ| रावण के आतंक से त्रस्त सभी देवताओं ने स्वर्ग लोक में श्रीहरि से निवेदन किया औऱ राम कथा के दृश्य का मंचन शुरू हुआ| विभिन्न दृश्यों में क्रमशः पुत्र कामेष्टि यज्ञ, राम जन्म एवं नामकरण संस्कार, शिक्षा ग्रहण, ताड़का वध, सीता स्वयंवर एवं परशुराम संवाद, कैकई-मंथरा संवाद, वन गमन, केवट संवाद, कैकई-भरत संवाद, भारत मिलाप, सुर्पणखा प्रसंग, सीता हरण तक जीवंत मंचन हुआ|
मंचन का प्रमुख आकर्षण यह रहा कि कलाकार जिस दृश्य को मंचित कर रहे थे पर्दे पर पीछे वह दृश्य एआई के माध्यम से भी प्रस्तुत किया जा रहा था|
हिन्दुस्थान समाचार / पवन पाण्डेय

