औरैया: चम्बल के पंचनद में सैलानी पक्षियों ने जमाया डेरा, वन विभाग चौकन्ना
औरैया, 23 दिसम्बर (हि.स.)। जिले के पंचनद क्षेत्र की वादियों में मौसम परिवर्तन होते ही विदेशी पक्षियों का कलरव गुंजायमान होने लगा है। जो तीन महीने तक अपने प्रजनन काल का समय बिताने के बाद अब वतन वापसी के लिए रवाना होंगे। विदेशी मेहमनों की निगरानी को लेकर वन विभाग चौकन्ना हो गया है।
इस समय उत्तरी प्रांत क्षेत्र में गर्मी बढ़ने पर सभी पक्षी पंचनद की वादियों में डेरा जमाये हुए हैं। इनको रेत के टीलें लोभायमान करते हैं। हजारों मील दूर से आने वाले पक्षियों की मेहमान नवाजी के लिए वन विभाग चाक चौकन्ना बना हुआ है। वन्य जीव मित्र आशीष तिवारी ने बताया कि ये विदेशी पक्षी प्रति वर्ष सर्दी के मौसम में चम्बल क्षेत्र के पंचनद में आकर प्रजनन काल के साथ मस्ती करते हैं।
पंचनद नदी तट पर साईबेरिया का कजाकिस्तान, तुर्किस्तान, नवाया कलादीप, चीन, वर्मा, श्रीलंका सहित कई देशों के पक्षी आया करते हैं। इनमें गेल, पैलकिन पक्षी दो दिन पूर्व में आये, फ्लेमिन गो, बून बारैफिट, स्टूल बिल, करवोरेन्ट प्रजाति के पक्षी ऐवरेस्ट पर्वत से आकर यहां की वादियों को गुंजायमान करते हैं। वन्य रक्षक रोहित यादव ने बताया कि ये पक्षी अक्टूबर माह के मध्य से आना शुरू करते हैं और फरवरी-मार्च में वापस चले जाते हैं। इनके आने की मुख्य वजह बर्फीले देशों में खाने की कमी होना है।
चम्बल इलाके के वन क्षेत्र में विदेशी पक्षियों के आने से यहां पर वन विभाग चौकन्ना हो गया है। लगातार विदेशी मेहमानों की निगरानी रखी जा रही है ताकि उन्हें शिकारियों से महफूज रखा जा सके और वे पूरी तरह से प्राकृतिक वातावरण का आनंद लेते हुए प्रजनन काल बिताने के बाद अपने-अपने देशों को वापस लौट जाएं।
हिन्दुस्थान समाचार/ सुनील /मोहित
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