जीवन में सफलता और सार्थकता का समावेश आवश्यक : प्रो. योगेन्द्र प्रताप सिंह
--इविवि का “मेरा पहला वोट देश के लिए” अभियान
प्रयागराज, 04 मार्च (हि.स.)। इलाहाबाद विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित “मेरा पहला वोट देश के लिए” अभियान में इविवि के प्रो. योगेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि जीवन परफार्मिंग आर्ट नहीं है। केवल बुद्धि से व्यक्तित्व और चरित्र का निर्माण नहीं हो सकता। जीवन में सफलता और सार्थकता का समावेश आवश्यक है। जीवन की सार्थकता केवल अवसर की उपलब्धता मात्र नहीं है।
चुनावों में युवाओं की प्रबुद्ध भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए चंद्रशेखर आजाद उद्यान के गंगा नाथ झा परिसर सभागार में आयोजित अभियान में प्रो. योगेन्द्र प्रताप सिंह ने आगे कहा कि शील और मर्यादा हमारे व्यक्तित्व को गढ़ते हैं। हमें सावधानीपूर्वक लोकमत का परिष्कार करना चाहिए। लोकमत परिष्कृत होगा तो मतदाता सही निर्णय कर सकेंगे। हमें मतदान के लिए स्वयं प्रेरित होकर अन्यान्य को भी प्रेरित करना चाहिए।
प्रो. ऋषिकान्त पांडेय ने कहा कि आचरण और चरित्र से स्खलन ख़तरनाक होता है। ज्ञान और चरित्र एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। बिना एथिक्स के चरित्र की कल्पना कठिन है। लोकतंत्र में मतदान का महत्व सर्वविदित है, यह हमारी ज़िम्मेदारी भी है।
डॉ. अरुण कुमार मिश्र ने कहा कि मतदान कर्तव्य और दायित्व दोनों है। राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. राजेश कुमार गर्ग ने कहा कि हम भारतीय उत्सव जीवी हैं। मतदान को भी उत्सव की तरह जीना चाहिए। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र उपस्थित रहे। अतिथियों का स्वागत डॉ. तेज प्रकाश ने एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. मनीष गौतम ने किया।
हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/बृजनंदन
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