लखनऊ के खगोलविदों ने ब्रह्माण्ड में खोजे राम
लखनऊ, 17 जनवरी (हि.स.)। साइंटिफिक नॉलेज फॉर यूथ फाउंडेशन नामक एनजीओ के अध्यक्ष नेबुला हंटर्स संकल्प एम रस्तोगी और एमिटी विश्वविद्यालय के छात्र उत्कर्ष मिश्रा ने वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी सुमित श्रीवास्तव की देखरेख में 55 से अधिक नए नेबुला की पहचान करने में कामयाबी हासिल की है। इतना ही नहीं उनकी सूची का तेजी से विस्तार भी हो रहा है। इनमें सबसे खास यह है कि उन्होंने अपनी हालिया खोज को राम नेबुला नाम दिया है, जो कैसिओपिया तारामंडल में स्थित है।
सुमित कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि राम नेबुला की खोज खगोलिकी के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित होगी। साथ ही अन्य नए विद्यार्थियों को इस क्षेत्र में आने के लिए प्रेरित करेगी। राम नेबुला के डाटा का प्रयोग वैज्ञानिक अनुसंधानों के लिए भी किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि संकल्प और उत्कर्ष ने नेबुला के साथ क्षुद्रग्रह, सुपरनोवा और एक्सो ग्रहों की भी खोज की है। इन उभरते हुए खगोलविदों पर इंदिरा गांधी नक्षत्र शाला को गर्व है।
बतादें कि संकल्प और उत्कर्ष रात के समय आकाश में दिखाई देने वाली खगोलीय वस्तुओं को देखने और उनके बारे में जानने के लिए कुछ साल पहले इंदिरा गांधी तारामंडल के सदस्य बने। वर्ष 2020 में लॉकडाउन के दौरान उन्होंने इंटरनेट पर उपलब्ध खगोलीय डेटा की मदद से ब्रह्मांड में नए नेबुला की खोज पर काम करने के लिए एक टीम इंदिरा गांधी नक्षत्र शाला, लखनऊ के निदेशक अनिल यादव के निर्देशन में बनाई।
दोनों युवा खगोलविदों की सबसे प्रसिद्ध नेबुला खोज तारामंडल मोनोसेरोस में है। इस नेबुला को बबलगम नेबुला नाम दिया गया है। यह नेबुला आकार में बहुत बड़ी है लेकिन बिना दूरबीन के आसानी से दिखाई नहीं देती। यदि यह चांद के समान चमकीला होता तो यह आकाश में दूसरे चंद्रमा की तरह दिखाई देता। इस नेबुला की तस्वीर चिली से ली गई थी। वहीं, मोमी 5 जिसे सॉसरर्स स्टोन नेबुला के नाम से भी जाना जाता है, कैसिओपिया तारामंडल में फैंटम ऑफ द ओपेरा के नाम से मशहूर नेबुला के पास स्थित है। अपनी खोज की पुष्टि करने के लिए उन्होंने एक ब्रिटिश खगोलशास्त्री से संपर्क किया, जिसने स्पेन में अपनी वेधशाला से उनके नेबुला की तस्वीर खींची। इन दोनों ने अपनी हालिया खोज को राम नेबुला नाम दिया है, जो कैसिओपिया तारामंडल में स्थित है।
नेबुला क्या है?
नेबुला अंतरिक्ष में धूल और गैस का एक विशाल बादल है। नेबुला विभिन्न प्रकार की होती है, जैसे ग्रहीय नेबुला, सुपरनोवा अवशेष आदि। अंतरिक्ष विज्ञान में कई प्रगति के बावजूद ब्रह्मांड में अब भी ऐसे क्षेत्र हैं जिनकी खोज की जानी बाकी है। एक नई नेबुला खोजने की तुलना भूसे के ढेर में सुई खोजने के कार्य से की जा सकती है।
हिन्दुस्थान समाचार/आकाश
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