गोरक्षपीठ ने सदियों से बंजारा समाज की रक्षा करने का काम किया : असीम अरुण

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गोरक्षपीठ ने सदियों से बंजारा समाज की रक्षा करने का काम किया : असीम अरुण


लखनऊ, 05 अगस्त (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने सोमवार को घुमन्तू जनजाति परिषद की ओर से विश्व संवाद केन्द्र जियामऊ के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में घुमन्त स्मारिका का विमोचन किया। इस अवसर पर बोलते हुए असीम अरूण ने कहा कि बंजारा समाज का गौरवशाली इतिहास है। हमारे पूर्वज बड़े बहादुर व हुनरमंद थे। इन सबके बावजूद सदियों से जो हमारे समाज का उत्पीड़न हुआ है उससे बाहर निकलना है।

बंजारा समाज को संबोधित करते हुए समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने कहा कि हमें अपनी सांस्कृतिक धरोहरों को बचाकर रखना है। अपनी भाषा, बोली व संस्कृति का संरक्षण करना है। गोरक्षपीठ ने सदियों से बंजारा समाज की रक्षा करने का काम किया। बंजारा समाज को ताकत व दिशा देने का काम इस पीठ ने किया है। गोरक्षपीठ के महंत व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बंजारा समाज को पहचान देने का काम किया। योगी आदित्यनाथ ने हमारी आशाओं व आकांक्षाओं को पूरा करने का काम कर रहे हैं।

असीम अरुण ने कहा कि बंजारा समाज के पास सदियों से जमीन नहीं थी। आज भी समाज में भेदभाव बहुत गहराई तक है। इससे बाहर निकालने का एकमात्र रास्ता शिक्षा है। इसलिए जहां भी हैं अपने बच्चों को स्कूल जरूर भेजें।

घुमन्तू जनजाति परिषद के क्षेत्र संयोजक राजेश कुमार ने कहा कि देश व समाज की रक्षा के लिए बलिदान देने वाला घुमंतू समाज बड़े षडयंत्र का शिकार हुआ है। अंग्रेजों के आने के बाद उनकी अलग पहचान हो गयी। जिस समाज के लिए बंजारा समाज ने अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया वह समाज ही इनको हेय मान रहा है।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रवीन्द्र नट ने कहा कि घुमंतू जनजातियों ने अंग्रेजों से संघर्ष करने का काम किया। हमारी बोली भाषा व रहन सहन अलग है। अंग्रेजों पर हमला करके हमारे पूर्वज जंगलों में जाकर छिप जाते थे। अंग्रेज पकड़ नहीं पाते थे। हमारी भाषा भी वह समझ नहीं पाते थे। इसलिए

अंग्रेजों ने जरायम पेशा कानून बनाकर हमारे समाज को अपराधियों की श्रेणी में डालने का काम किया।

रवीन्द्र नट ने कहा कि ​घुमन्तू की 90 जातियां हैं। उत्तर प्रदेश में पांच करोड़ व भारत भर में 32 करोड़ आबादी है फिर भी हमारे समाज का एक भी प्रतिनिधि विधानसभा व लोकसभा में नहीं है। बंजारा समाज की कई समस्याएं हैं। बंजारा समाज के पास न रहने का घर है, न पीने का पानी, अंग्रेजों के समय से भी बुरा हाल है​ फिर भी कहीं सुनवाई नहीं है।

इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह प्रान्त संघचालक सुनीत खरे,​ हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा फाउण्डेशन के क्षेत्र संयोजक अमरनाथ, विभाग सेवा प्रमुख सुभाष अग्रवाल एवं विभाग शारीरिक प्रमुख अतुल सिंह प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / बृजनंदन यादव / राजेश

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