राहुल गांधी के बयान से संतों में उबाल, बताया साजिश
रायबरेली, 05 जुलाई (हि. स.)। हिन्दुओं पर राहुल गांधी के द्वारा दिए गए बयान पर अब उनके ही संसदीय क्षेत्र में उबाल है। विभिन्न हिन्दू संगठनों के अलावा संत और समाज के अन्य जागरूक लोगों ने अपना विरोध दर्ज कराया है। लोगों ने न केवल बयान का विरोध किया है बल्कि इसे हिन्दू समाज के लिए एक साज़िश करार दिया है। धीरे-धीरे विरोध अब सड़क तक आ गया है।
डलमऊ के प्रसिद्ध बड़ा मठ के संत दिव्यानन्द गिरी कहते हैं,'राहुल गांधी का यह बयान सामान्य बयान नहीं है,यह एक साज़िश है हिन्दू समाज को बदनाम करने की। बयानों के माध्यम से एक नरेटिव गढ़ा जा रहा है, जिसे सनातन विरोधी हवा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले वामपंथी विचार अपने दलों के माध्यम से व्यक्त होते थे। अब ये वामपंथी विचार कांग्रेस में जड़ जमा चुका है,जिसे राहुल गांधी खाद-पानी दे रहे हैं।
संत दिव्यानन्द गिरी ने कहा कि ये साज़िश कांग्रेस को भी कहीं का नहीं छोड़ेगी।हिन्दू समाज इसे कभी बर्दाश्त नहीं कर सकता है। समाज को इसे सफ़ल नहीं होने देना चाहिए। ऊंचाहार के संत तुलसी गिरी जी महाराज ने भी राहुल गांधी के बयान को साज़िश बताते हुए कहा कि सम्पूर्ण संत समाज इसका विरोध करता है और आने वाले समय मे रायबरेली ही नहीं देश भर का संत समाज अपनी आवाज़ को और मुखर करेगा।
आरएसएस के विभाग सेवा प्रमुख गया प्रसाद का कहना है कि ये राजनीति नहीं बल्कि एक रणनीति है बहुसंख्यकों को अपमानित और साज़िश करके बदनाम करने की। कांग्रेस पार्टी हमेशा से ही हिन्दू विरोधी रही है,लेकिन समाज अब जाग गया ।वह अपनी अलस्मिता से खिलवाड़ नहीं होने देगा। गया प्रसाद ने कहा कि यदि हिन्दू हिंसक होता तो प्रतिक्रिया भी हिंसक होती जिसे कोई झेल नहीं पाता।हिन्दू अपनी अस्मिता और अपने मूल्यों के बदौलत पूरी दुनिया मे सम्मानीय हैं।लेकिन जब इस अस्मिता को चोट पहुँचाई जाएगी तो प्रतिकार भी बड़ा होगा। उन्होंने कहा कि रायबरेली के लोग राहुल गांधी के इस बयान का न केवल विरोध करेंगें बल्कि उन्हें रायबरेली में आकर माफ़ी मांगने को भी मजबूर करेंगें।
हिन्दुस्थान समाचार/रजनीश/दीपक/बृजनंदन
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