बकरी पालन कर आत्मनिर्भर एवं स्वावलंबी बने पशुपालक : डॉ स्वरूप
कानपुर, 06 जून(हि.स.)। बकरी पालन से जुड़े व्यवसायी नवीनतम तकनीक को अपनाकर अधिक से अधिक लाभ कमाएं। पशु पालक बकरी पालन करके आत्मनिर्भर एवं स्वावलंबी बन सकते हैं।
यह बात गुरुवार को चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के नगला निरंजन दीवानी रोड स्थिति कृषि विज्ञान केंद्र में आयोजित 7 दिवसीय प्रशिक्षण समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पशुपालन वैज्ञानिक डॉक्टर देवेंद्र स्वरूप ने कही।
उन्होंने बकरी पालन के लिए आवश्यक मूलभूत सुविधाएं स्थान चयन जनपद के लिए प्रमुख नस्ल,जैसे बरबरी,जमुनापारी,बीटल,सिरोही के पहचान व कुंड उनके आवास व्यवस्था तथा खान—पान एवं रखरखाव विषय पर जानकारी देते हुए बकरियों के लिए हरे चारे के महत्व के बारे में बताया। इस मौके पर बकरियां में होने वाले प्रमुख रोग उनके रोकथाम एवं बचाव क्रिमिनास एवं टीकाकरण के महत्व व अन्य विषयों पर भी जानकारी दी।
हिन्दुस्थान समाचार/राम बहादुर/राजेश
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