विरोध के नाम पर अराजकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी:योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री बोले- उत्तर प्रदेश में सभी की सुरक्षा हमारी शीर्ष प्राथमिकता
- भारत सेवाश्रम आश्रम परिसर में मुख्यमंत्री ने मां दुर्गा की पूजा अर्चना की, महिलाओं में सिलाई मशीन वितरित किया
वाराणसी,07 अक्टूबर(हि.स.)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसी भी जाति, मत-मजहब अथवा संप्रदाय से जुड़े ईष्ट, देवी-देवताओं, महापुरुषों और साधु-संतों के विरुद्ध अपमानजनक टिप्पणी अस्वीकार्य है, किंतु विरोध के नाम पर अराजकता भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
दो दिवसीय वाराणसी दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी ने सोमवार की शाम सिगरा स्थित भारत सेवाश्रम आश्रम परिसर में दुर्गा पूजा कार्यक्रम में शामिल हुए। इसके बाद मुख्यमंत्री महिलाओं में सिलाई मशीन वितरित कर उपस्थित लोगों को सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश के डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद का नाम न लेकर विवादित बयान देने वालों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि कोई भी व्यक्ति अगर आस्था के साथ खिलवाड़ करेगा, तो उसे कानून के दायरे में लाकर कठोरता पूर्वक सजा दिलवाई जाएगी। उत्तर प्रदेश में सभी की सुरक्षा हमारी शीर्ष प्राथमिकता है। सरकार पर्व एवं त्योहारों को सौहार्दपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिंदू धर्म के देवी-देवताओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करना, हिंदुओं के मानबिंदुओं को अपमानित करना, मूर्तियों को खंडित करना एक तबका अपना जन्मसिद्ध अधिकार समझता है। अगर कोई कानून को अपने हाथ में लेने का दुस्साहस करेगा तो उसको कानून की गिरफ्त में आना ही होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी धर्मों और जातियों के महापुरुषों ने समाज और देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। और उनका सम्मान किया जाना चाहिए। हर जाति, धर्म और समुदाय के महापुरुषों ने समाज कल्याण के लिए काम किया है और उनका सम्मान होना आवश्यक है। इसमें कोई शंका नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने लोगों को दुर्गापूजा, दशहरा की बधाई देते हुए भारत सेवाश्रम आश्रम के योगदान और स्थापना का जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि जिस बंगाल से जगज्जननी माँ भगवती के अनुष्ठान का शुभारंभ होता है, आज उस बंगाल में स्वयं ही सनातन धर्म असहाय-असुरक्षित दिखता है। हमारा हिंदू धर्म स्पष्ट कहता है कि 'अहिंसा परमो धर्म:, 'लेकिन राष्ट्र रक्षा के लिए, धर्म रक्षा के लिए, निर्दोष लोगों को बचाने के लिए हिंसा करनी पड़े तो 'धर्मसम्मत' मान्य है और यह आह्वान भारत का 'शास्त्र' करता है। बांग्लादेश में विधर्मियों ने स्वामी प्रणवानन्द जी महाराज के आश्रम में लूटपाट की कोशिश की फिर भी बाल-बांका नहीं कर सके।
मुख्यमंत्री ने वाराणसी में हो रहे विकास कार्यों का उल्लेख कर कहा कि वाराणसी की विकास योजनाएँ न केवल शहर बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश और देश के विकास में अहम भूमिका निभा रही हैं। आने वाले तीन वर्षों में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सभी को मिलकर काम करने की आवश्यकता है।
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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी
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