चार लाख से ऊपर वोट पाने वाले पहले कांग्रेसी नेता बने आलोक मिश्रा
कानपुर, 05 जून (हि.स.)। आजादी के बाद से ही लोकसभा चुनाव में नगर की सीट पर कांग्रेस शिरकत करती आ रही है और विपरीत परिस्थितियों में भी नगर में परचम लहराती रही थी। साल 2024 के चुनाव में नगर की गठबंधन सीट पर कांग्रेस के नेता को ही चुनाव लड़ने का मौका मिला और उन्होंने पार्टी की ओर से किए गए अभी तक के प्रदर्शन को सर्वश्रेष्ठ बना डाला।
कानपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस के आलोक मिश्रा भले ही चुनाव हार गए हों, लेकिन वह रिकार्ड चार लाख मत से ऊपर पाने वाले पहले नेता बन गए। रोमांचक मुकाबले में भाजपा के रमेश अवस्थी ने 20,968 वोटों से हराने में सफलता प्राप्त की है। इस हार के बावजूद आलोक मिश्रा ने कानपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में सबसे ज्यादा 4,22,087 वोट पाकर कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। उनसे पहले कांग्रेस का कोई भी नेता चार लाख वोट का आंकड़ा नहीं छू सका है।
खास बात यह है कि यह आलोक मिश्रा का पहला लोकसभा चुनाव था। वर्ष 2019 में कांग्रेस के कद्दावर नेता श्रीप्रकाश जायसवाल को इस सीट पर 3,13,003 मत मिले थे। आलोक ने श्रीप्रकाश का रिकॉर्ड तो तोड़ दिया लेकिन वह दस साल पहले 'हाथ' से फिसली कानपुर सीट को फिर कांग्रेस की झोली में डालने में कामयाब नहीं हो पाए।
कांग्रेस प्रत्याशी आलोक मिश्रा को सबसे ज्यादा 1,15,028 वोट कैंट विधानसभा क्षेत्र में मिले। जबकि पिछले लोकसभा चुनाव में इसी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस को 88,313 वोट मिले थे। इस बार कांग्रेस को गोविंदनगर में 71,560 वोट, किदवईनगर में 66,680 वोट, आर्यनगर में 78,878 वोट, सीसामऊ में 87,323 वोट मिले हैं।
जबकि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में श्रीप्रकाश जायसवाल को गोविंदनगर में 44837, किदवईनगर में 46613, आर्यनगर में 46196, सीसामऊ में 67073 और कैंट में 86940 वोट मिले थे। अबकी बार हार के बावजूद कांग्रेस उम्मीदवार आलोक मिश्रा चार लाख से अधिक मत पाने में सफल रहे जो आजादी के बाद से अब तक कोई भी कांग्रेस का उम्मीदवार चार से अधिक मत नहीं पाया। इस सीट पर 28 साल बाद कांग्रेस ने ब्राह्मण उम्मीदवार पर भरोसा जताया था।
हिन्दुस्थान समाचार/अजय/दीपक/राजेश
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।