महाकुम्भ की परम्पराओं और महत्व की जानकारी देगा ’महाकुम्भ मेला ऐप’
-कुम्भ के विषय में जानने वालों की हर सम्भव मदद करेगा ऐप
-ऐप पर मिलेंगी आयोजन की समस्त जानकारियां
-ऐप के ब्लॉग सेक्शन में मिलेगी 2019 कुम्भ और प्रयागराज के विषय में जानकारी
प्रयागराज, 29 अक्टूबर (हि.स.)। प्रयागराज में 12 वर्षों के बाद महाकुम्भ का महा आयोजन होने जा रहा है। प्रदेश ही नहीं, देश-विदेश सभी जगह लोगों में महाकुम्भ को जानने और इसे समझने के लिए लोगों में एक जिज्ञासा देखने को मिल रही है। महाकुम्भ की जानकारी के लिए लोगों को अब परेशान होने की जरूरत नहीं है। महाकुम्भ की आधिकारिक ऐप पर उन्हें समस्त जानकारियां उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है। इस ऐप पर लोगों समस्त जानकारियां मिलेंगी। महाकुम्भ और कुम्भ पर लिखी गई किताबों और ब्लॉग्स के माध्यम से वे इसकी परम्पराओं और महत्व के विषय में जानकारी हासिल कर सकेंगे। मेला प्राधिकरण की ओर से इस ऐप को लाइव किया जा चुका है और लोग इसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड भी कर सकते हैं।
-आईआईएम समेत विभिन्न संस्थानों की रिसर्च रिपोर्ट
प्रयागराज भारत के सबसे प्राचीन शहरों में से एक है। इसे प्राचीन शास्त्रों में ’प्रयाग’ या ’तीर्थराज’ के नाम से भी सुशोभित किया गया है और इसे भारत के पवित्रतम तीर्थ स्थलों में से एक माना जाता है। यह शहर वार्षिक माघ मेला, प्रत्येक छह वर्षों में कुम्भ मेला और हर 12 वर्ष में महाकुम्भ मेला के लिए भी प्रसिद्ध है। प्रयागराज में होने वाले इन सम्मेलनों को धरती पर मानवता के सबसे बड़े सामूहिक आयोजन के रूप में जाना जाता है।
यूनेस्को ने कुम्भ मेले को अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर के रूप में सूचीबद्ध किया है। इस बार महाकुम्भ के लिए शहर में तैयारियां युद्धस्तर पर जारी हैं। तैयारियों के बीच लोग महाकुम्भ के विषय में जान सकें, इसे लेकर महाकुम्भ मेला 2025 ऐप को लाइव कर दिया गया है। इस ऐप पर महाकुम्भ से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियों के साथ-साथ कुम्भ और महाकुम्भ पर लिखी गईं प्रमुख किताबों की भी जानकारी है। साथ ही इसमें महत्वपूर्ण ब्लॉग्स का भी सेक्शन है, जिसमें आईआईएम समेत कई बड़े संस्थानों की महाकुम्भ को लेकर की गई रिपोर्ट भी सम्मिलित की गई है। इसके माध्यम से वे लोग जो महाकुम्भ पर रिसर्च करना चाहते हैं, उन्हें बड़ी राहत मिलेगी।
-प्रयागराज के बारे में भी जान सकेंगे लोग
महाकुम्भ के ब्लॉग सेक्शन में यूपी टूरिज्म की एक्सप्लोर प्रयागराज को भी स्थान दिया गया है। जिसमें संगमनगरी की आध्यात्मिकता और आधुनिकता को बताने का प्रयास किया गया है। इसमें प्रयागराज का इंट्रोडक्शन देने के साथ-साथ प्रयागराज में आकर्षण के केंद्रों के साथ ही यहां की प्रमुख हस्तियों का जिक्र किया गया है। इसके अतिरिक्त भारतीय प्रबंध संस्थान बेंगलुरू की ’प्रयागराज महाकुम्भ 2019’ को भी इसमें रखा गया है, जो महाकुम्भ का एकीकृत मूल्यांकन करती है। इसके अतिरिक्त पेंट माय सिटी, स्वच्छ कुम्भ, प्रयागराज स्मार्ट सिटी, स्मार्ट फ्यूचर और द मैग्नीफिसेंस ऑफ कुम्भ जैसे स्टडी रिपोर्ट को भी रखा गया है जो प्रयागराज और महाकुम्भ को समझने में महत्वपूर्ण साबित होगी। इसके अलावा, ऐप में कुम्भ पर विभिन्न लोगों द्वारा की गई स्टडी और उनकी बुक के बारे में भी जानकारी दी गई है जो रिसर्चर्स के लिए बहुत खास हो सकती है।
हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र
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