फिरोजाबाद सीट पर सैफई परिवार की जीत, अक्षय यादव 89,185 वोटों से जीते
फिरोजाबाद, 04 जून (हि.स.)। फिरोजाबाद लोकसभा सीट पर सपा ने एक बार फिर अपनी वापसी की है। सपा उम्मीदवार अक्षय यादव ने 89,185 वोटों से जीत हासिल कर अपने प्रतिद्वंदी भाजपा उम्मीदवार ठा. विश्वदीप सिंह को पराजित किया है।
फिरोजाबाद लोकसभा सीट पर तीसरे चरण में सात मई को मतदान हुआ था। मंगलवार को सुबह आठ बजे से शिकोहाबाद मंडी समिति में शुरू हुई मतगणना में सपा उम्मीदवार अक्षय यादव ने 89,185 वोटों से जीत हासिल की है।
सपा उम्मीदवार पहले राउंड से ही बढ़त बनाए रहे। उन्हें कुल 5,41,689 वोट मिले, जबकि भाजपा उम्मीदवार ठा. विश्वदीप सिंह दूसरे नम्बर पर रहे। उन्हें 4,52,504 वोट मिले। वहीं, बसपा के चौधरी बशीर को 90,844 वोट मिले। इसके साथ उपेंद्र सिंह भारतीय किसान परिवर्तन पार्टी को 7104, रश्मिकांत राठौर परिवर्तन समाज पार्टी को 2927, प्रेम दत्त राष्ट्र उदय पार्टी को 2875 व निर्दलीय उम्मीदवार राजवीर को 1364 वोट प्राप्त हुए है। इसके साथ ही 5267 मतदाताओं ने नोटा को चुना है।
सैफई परिवार से है अक्षय यादव
सपा के अक्षय यादव सैफई परिवार से ताल्लुक रखते हैं। वह सपा के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव के पुत्र हैं। फिरोजाबाद लोकसभा सीट सपा ने तीसरी बार अक्षय यादव पर भरोसा जताया था। इससे पूर्व अक्षय यादव ने वर्ष 2014 के लोकसभा में फिरोजाबाद सीट से जीत हासिल की थी, जबकि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में चाचा शिवपाल यादव द्वारा उनके सामने ताल ठोकने के कारण उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इस चुनाव में भाजपा के डा. चंद्रसेन जादौन ने जीत हासिल की थी।
सपा का गढ़ माना जाता है फिरोजाबाद
फिरोजाबाद उन चुनिंदा सीटों में से है, जिन्हें सपा का गढ़ माना जाता है। इस बार सपा ने अपनी खोई हुई सीट पर जीत हासिल करने के लिए पूरी ताकत लगा दी थी। चाचा शिवपाल भी इस बार अक्षय यादव के साथ थे और उन्होंने अक्षय यादव के लिए जनसभा कर वोट भी मांगे थे। जबकि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा परिवार में रार के कारण चाचा शिवपाल यादव उनके खिलाफ चुनाव लड़े थे, यही वजह थी कि अक्षय यादव को हार का सामना करना पड़ा था।
2009 में सुर्खियों में आई यह सीट
फिरोजाबाद क्षेत्र की पहचान समाजवादी पार्टी के गढ़ के रूप में होती रही। 2009 के लोकसभा चुनाव में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव इस सीट से जीते थे। अखिलेश के सीट छोड़ने के बाद हुए उपचुनाव में सपा परिवार की बहू और अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को हार का सामना करना पड़ा था और सिने अभिनेता कांग्रेस के राजबब्बर की जीत से यह सीट सुर्खियां में आ गई।
यादव व मुस्लिम मतदाता निर्णायक
फिरोजाबाद लोकसभा सीट पर खासतौर पर यादव और मुस्लिम मतदाता यहां निर्णायक स्थिति में रहते हैं। भाजपा की कोशिश अपने परंपरागत वोट बैंक को साधते हुए सपा के पीडीए फार्मूले में सेंध लगाने की थी, जो कामयाब न हो सकी।
हिन्दुस्थान समाचार/कौशल/दीपक/आकाश
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