बीएचयू परिसर में आईसा और एबीवीपी के कार्यकर्ता भिड़े, छात्राएं घायल, अफरा-तफरी
-परिसर के बंटवारे का विरोध और छात्राओं की सुरक्षा को लेकर प्रदर्शन
-हिन्दुत्व की कब्र खुदेगी नारे पर आमने-सामने हुए छात्र संगठन
वाराणसी, 05 नवम्बर(हि.स.)। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के लंका स्थित सिंह द्वार पर रविवार को कैंपस बंटवारे और छात्राओं की सुरक्षा की मांग कर प्रदर्शन के दौरान छात्र संगठन आईसा और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं में भिड़न्त हो गई। छात्र संगठनों के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प और धक्कामुक्की से गेट पर अफरा-तफरी मच गई। मौके पर मौजूद प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सुरक्षाकर्मियों और पुलिस ने मशक्कत के बाद दोनों गुटों को अलग किया। धक्का मुक्की और मारपीट में एबीवीपी से जुड़ी कुछ छात्राएं घायल हो गई। लंका पुलिस ने इस मामले में आईसा के कुछ कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया है।
आईआईटी बीएचयू की छात्रा से हुई छेड़खानी मामले को लेकर एवीबीपी के कार्यकर्ता लगातार आंदोलनरत है। इसी मामले को लेकर बीएचयू के सिंह द्वार पर छात्र संगठन आइसा से जुड़े कार्यकर्ता भी धरना प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शन के बीच भगत सिंह छात्र मोर्चा और आइसा से जुड़े कार्यकर्ता भाजपा सरकार और हिंदुत्व विरोधी नारेबाजी करने लगे। यह देख एबीवीपी से जुड़ी बीएचयू की छात्राओं ने विरोध किया तो आरोप है कि भगत सिंह छात्र मोर्चा के प्रदर्शन में शामिल बाहरी युवकों ने छात्राओं के साथ धक्कामुक्की और मारपीट कर अराजकता फैलाने का प्रयास किया। इसमें कुछ छात्राओं को चोट भी लग गई। मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने उन्हें अलग किया।
अभाविप के राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य एवं बीएचयू इकाई अध्यक्ष अभय प्रताप सिंह ने आरोप लगाया कि इस तरह के कृत्यों से छात्रों को प्रमुख मुद्दे से भटकाने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। आइसा तथा बीएसएम के बाहरी गुंडों द्वारा हिंदुत्व विरोधी नारे लगाना तथा परिषद की महिला बहनों पर हमला बिल्कुल भी बर्दास्त नहीं किया जाएगा। अभाविप ने पुलिस प्रशासन से यह मांग की है कि उन माओवादी गुंडों पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित हो।
अभय प्रताप ने कहा कि अभाविप निरंतर ही परिसर में अन्य छात्रों के साथ जमीनी लड़ाई लड़ रही है। आईसा,बीएसएम जैसे माओवादी छात्र संगठन हिंदुत्व विरोधी नारेबाजी तथा अराजकता फैला इस आंदोलन को विफल बनाने का प्रयास कर रहे हैं। छात्रा बहन को न्याय दिलाने तथा विवि परिसर के विभाजन निर्णय के विरोध में अभाविप आंदोलन कर रही है, आज सुबह ही इस आंदोलन को विफल बनाने के लिए वामपंथी संगठनों ने हिंदुत्व विरोधी नारे लगाए। इसी का विरोध एबीवीपी के कार्यकर्ता कर रहे थे । तभी झुंड में आकर सीधा अभाविप की महिला कार्यकर्ताओं पर हमला किया गया, जिससे उन्हें काफी चोट आई है। उनका मेडिकल करा दिया गया है तथा अस्पताल में भर्ती किया गया है।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/पदुम नारायण
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