भव्य पूजा-आरती के उपरान्त संस्थापक को शिव भवन की मिली चाभी

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भव्य पूजा-आरती के उपरान्त संस्थापक को शिव भवन की मिली चाभी


भव्य पूजा-आरती के उपरान्त संस्थापक को शिव भवन की मिली चाभी


--पचास लाख में बनेगी लाक्षागृह किलाकोटि की बाउण्ड्रीवाल

--परशुराम व महत्वपूर्ण पात्रों की मूर्तियां लगाने को मांगी धनराशि

प्रयागराज, 28 नवम्बर (हि.स.)। हंडिया तहसील स्थित पाण्डवों के लाक्षागृह किला कोटि पर भव्य शिव भवन-कुन्ती राज भवन का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया। इस भवन के सुरक्षा व संरक्षण का दायित्व धर्मक्षेत्र लाक्षागृह पर्यटन स्थल विकास समिति के संस्थापक व संचालक ओंकार नाथ त्रिपाठी को उप्र सरकार के पर्यटन विभाग के उपनिदेशक वीरेश कुमार ने सौंप दिया। कार्यदायी संस्था उप्र प्रोजेक्ट कार्पोरेशन लिमिटेड के जेई एस.के पाल ने जनार्दन भगवान एवं मंच की भव्य पूजा आरती के बाद ओंकार नाथ त्रिपाठी को चाभी दे दिया।

ओंकार नाथ त्रिपाठी ने जानकारी देते हुए बताया कि इसमें 525 लोगों के बैठने लायक, भवन में 44 पंखे, चार दरवाजे, एक प्रशासनिक कक्ष, एक कार्यालय तथा पुरूषों एवं महिलाओं के लिए दो-दो शौचालय व स्नानगृह उक्त भवन में बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि इसी स्थान पर द्वापर युग में लाह, चर्बी, मूंज एवं बांस निर्मित माता कुन्ती का राज भवन बनाकर माता कुन्ती व उनके पांचों पुत्रों को जलाकर मार डालने की योजना दुर्योधन ने बनाया था। पाण्डवों को बचाने के लिए विदुर ने सुरंग-गुफा का निर्माण करवा दिया, जिससे बाहर निकलकर कुन्ती सहित पाण्डव बचकर निकल गए थे।

संस्थापक व संचालक ओंकार नाथ त्रिपाठी ने बताया कि जिला योजना निधि से प्रदेश सरकार द्वारा किला कोटि की सुरक्षा के लिए बाउण्ड्री वाल बनवाने हेतु पचास लाख रूपया दिये जाने का प्रस्ताव स्वीकृति हेतु भेज दिया गया है। लाक्षागृह किलाकोटि की पहचान महाभारत के आधार पर जीवन्त करने के लिए लगभग 5 करोड़ रूपये का प्रस्ताव भी तैयार है। उक्त किलाकोट पर कौरव-पाण्डवों के गुरू द्रोणाचार्य, भीष्म पितामह एवं कर्ण के साथ-साथ इन सबके गुरू भगवान परशुराम, भगवान जनार्दन, त्रिवेणी माता एवं सोमवती देवी की मूर्तियों के साथ साथ भीम व दुर्योधन का गदायुद्ध वाली मूर्तियाँ तथा लाक्षागृह के अग्नि की ज्वाला में जलकर भस्म हो गईं निषाद माता व उसके पाँच पुत्रों की समाधि भी वहां बनाई जायेगी।

इस अवसर पर पूर्व प्रधानाचार्य चंद्र प्रकाश मिश्रा, समिति के अध्यक्ष मस्तान सिंह, प्रवक्ता राकेश कुमार त्रिपाठी तथा संगठन मंत्री संतोष मिश्रा तथा केके श्रीवास्तव ने पाण्डवों के लाक्षागृह आने वाली तिथि पर प्रत्येक वर्ष एक भव्य शोभायात्रा आयोजित करने का प्रस्ताव रखा। जिसे गोड़री ग्राम प्रधान मनोज पाण्डेय, लाक्षागृह ग्राम प्रधान पति रंगबाज वर्मा, राम लखन तिवारी के समर्थन के बाद सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया। इस दौरान अनिल कुमार त्रिवेदी, महराज कुमार सिंह, सुरेश त्रिवेदी, अशोक राय, प्रेमशंकर तिवारी, रोहित सिंह, संजय सिंह, श्याम किशोर त्रिवेदी एवं सैफुल अब्बास, राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने शिवभवन सत्संग भवन के मंच की पूजा आरती करके प्रसाद वितरण किया।

हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/पदुम नारायण

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