ई-फाइलिंग सुविधा पर रोक के विरोध में अधिवक्ताओं की भूख हड़ताल
मेरठ, 01 नवम्बर (हि.स.)। हर जिले में मुकदमों की ई-फाइलिंग पर हाईकोर्ट की रोक से अधिवक्ताओं में आक्रोश व्याप्त है। बुधवार को मेरठ में अधिवक्ताओं ने भूख हड़ताल की और पुतला फूंककर विरोध जताया।
हाईकोर्ट में मुकदमा दायर करने के लिए प्रयागराज जाने की बाध्यता समाप्त करने के लिए प्रत्येक जिले में एक नवम्बर से ई-फाइलिंग शुरू होनी थी। इस सुविधा का अधिवक्ताओं के साथ-साथ आम आदमी ने भी स्वागत किया था। लागू होने से पहले ही ई-फाइलिंग पर हाईकोर्ट द्वारा स्थगन देने से अधिवक्ताओं में आक्रोश व्याप्त हो गया। इसके विरोध में बुधवार को मेरठ बार एसोसिएशन और जिला बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने भूख हड़ताल कर दी। कचहरी परिसर स्थित प्याऊ चौपाल पर टेंट लगाकर अधिवक्ताओं ने प्रदर्शन किया और ई-फाइलिंग का निर्णय वापस लिए जाने पर नाराजगी जताई। अधिवक्ताओं ने कहा कि यह निर्णय पूरे प्रदेश के न्यायिक पीड़ितों के साथ अन्याय है। मेरठ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कुंवरपाल शर्मा ने कहा कि देश की आजादी से लेकर लगातार पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बेंच की मांग उठ रही है। इसके लिए लगातार आंदोलन किया जा रहा है। इसमें पीड़ितों को सहूलियत देते हुए पूरे प्रदेश में जिला स्तर पर ई-फाइलिंग करने की सुविधा दी गई थी। इसे एक नवम्बर से लागू किया जाना था। अब इलाहाबाद हाईकोर्ट ने तत्काल प्रभाव से इसे रोक दिया है। यह पूरी तरह से अन्याय है। इसका विरोध किया जाएगा। इसके बाद अधिवक्ताओं ने पुतला फूंका। इस अवसर पर मेरठ बार एसोसिएशन के महामंत्री विनोद चौधरी, जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष शिवदत्त जोशी, महामंत्री विमल तोमर, मनोज गुप्ता, रामकुमार शर्मा, देवकी नंदन शर्मा, संजीव कुमार, शिवम गुप्ता, अनुज त्यागी आदि उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/कुलदीप/दिलीप
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