लोकसभा चुनाव: चुनावी हार जीत को लेकर अधिवक्ताओं ने लगाई शर्त
बदायूं, 04 अप्रैल(हि.स.)। जिले में तीसरे चरण के चुनाव के लिए 7 मई को वोटिंग होनी है। ऐसे में सभी पार्टियों के समर्थक अपने-अपने प्रत्याशियों की जीत के दावे कर रहे हैं, लेकिन सपा और भाजपा की हार जीत को लेकर शनिवार को बदायूं के कचहरी परिसर में दो अधिवक्ताओं में दो-दो लाख रुपये की शर्त लगी। अधिवक्ताओं में लगी अनोखी शर्त कि जिलेभर में चर्चा हो रही है।
दरअसल, उझानी कस्बे के गौतमपुरी के रहने वाले अधिवक्ता दिवाकर वर्मा और उझानी के बरामालदेव गांव के रहने वाले अधिवक्ता सत्येंद्र पाल के बीच अपने-अपने प्रत्याशियों के हार जीत को लेकर दो-दो लाख रुपये की शर्त लग गई। दोनों अधिवक्ताओं ने 10 के स्टांप पर शर्त का अनुबंध किया है। जिसमें दो अधिवक्ता गवाह भी बनाए गए हैं। दोनों ही अधिवक्ताओं को 4 जून को वोट खोलने का इंतजार है।
अधिवक्ता दिवाकर वर्मा भाजपा समर्थक हैं उनका कहना इस बार बदायूं लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी दुर्विजय शाक्य भारी मतों से जीत रहे हैं और नरेंद्र मोदी तीसरी बार फिर से प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। दिवाकर का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी ने जनता के हित में तमाम योजनाएं चलाई है। जिसकी वजह से जनता का प्यार और समर्थन भाजपा प्रत्याशी दुर्विजय को मिल रहा है।
उधर अधिवक्ता सत्येंद्र पाल समाजवादी पार्टी के समर्थक हैं और उनका कहना है कि समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी और सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव के बेटे आदित्य यादव चुनाव जीतेंगे। सत्येंद्र का कहना है कि भाजपा की केंद्र में 10 साल से सरकार रही है, लेकिन कोई भी काम नहीं किया। उनकी सरकार में ज्यादातर परीक्षाओं के पेपर लीक हुई। जिसकी वजह से युवा वोटर भी भाजपा से नाराज हैं। इसलिए समाजवादी पार्टी को युवाओं और तमाम जनता का समर्थन मिल रहा है और 4 जून को समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी आदित्य यादव ही जीत हासिल करेंगे। शर्त लगने के बाद हर जीत किसकी होगी यह तो 4 तारीख को ही तय हो पाएगा। फिलहाल दोनों अधिवक्ताओं में लगी दो-दो लाख रुपये की शर्त जिले भर में चर्चा का विषय बनी हुई है।
हिन्दुस्थान समाचार/अरविंद/राजेश
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