शिक्षा को रूचिकर व जीवंत बनाने को पाठ्यक्रमों में आवश्यक सुधार : राजशरण शाही
- अभाविप की राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद बैठक में पांच प्रस्तावों पर होगा मंथन
प्रयागराज, 07 जून (हि.स.)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) की राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद की बैठक में शुक्रवार को पांच प्रस्ताव उपस्थित प्रतिनिधियों के सामने पढ़े गए। इन प्रस्तावों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के पूर्ण क्रियान्वयन, पेपर लीक की समस्या, नैक से जुड़ी समस्याओं, शैक्षणिक संस्थानों के बुनियादी ढांचे को विकसित करने, विकसित भारत में युवाओं की भागीदारी, नवनिर्वाचित सरकार से जन अपेक्षाएं जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठाया गया। इन प्रस्तावों पर आगामी 2 दिनों तक विस्तार से मंथन होगा तथा 09 जून को इसे पारित किया जाएगा।
अभाविप के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राजशरण शाही ने कहा कि भारतीय ज्ञान परम्परा को विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों में शामिल करना चाहिए। यदि उच्च शिक्षण संस्थानों को जीवंत बनाना है तो पाठ्यक्रमों में वर्तमान आवश्यकताओं के अनुरूप बदलाव करने पड़ेंगे। आज बहुविषयक शिक्षा को बढ़ावा देने की आवश्यकता है और पाठ्यक्रमों को जीवंत तथा रोजगारोन्मुख करना होगा। वर्तमान में परीक्षाओं की शुचिता पर प्रश्न उठ रहे हैं। यह अत्यंत चिंताजनक है। इस पर लगाम लगनी चाहिए। शिक्षालय को रचनात्मक और आकर्षक बनाना होगा, जिससे विद्यार्थी अपने सर्वांगीण विकास की दिशा में आगे बढ़ सके। अभाविप की यह राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद बैठक शिक्षा क्षेत्र से जुड़े विषयों पर विचार-विमर्श द्वारा एक सकारात्मक बदलाव की दिशा दिखाने वाली होगी।
अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि विद्यार्थी परिषद की कार्यप्रणाली निरंतर नए सूत्रों को समाहित कर समाज-जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने की ध्येय यात्रा में आगे बढ़ रही है। देश भर के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में वामपंथी तथा नकारात्मक शक्तियों का छात्रों के साथ मिलकर एबीवीपी ने मुखरता से प्रतिकार किया है। शिक्षा क्षेत्र में छात्रों को एक महत्वपूर्ण हितधारक के रूप में उनके मुद्दों को प्रमुखता से उठाते हुए तथा वर्तमान परिदृश्य में युवानुकूल बदलाव लाने हेतु एक साथ प्रयास करने चाहिए।
यह जानकारी अभाविप के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक आशुतोष सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि अभाविप की राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद बैठक का सूरत में शुभारम्भ हुआ। इस अवसर पर अभाविप के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राजशरण शाही, राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल और राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान ने दीप प्रज्ज्वलन कर आयोजन का शुभारम्भ किया। कार्यक्रम के आरम्भ में गुजरात के लोकनृत्य गरबा तथा प्रचलित स्थानीय वाद्ययंत्रों के माध्यम से देश भर से आए प्रतिनिधियों का स्वागत किया गया।
हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/मोहित
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