आयुष के सभी चिकित्सकों का रजिस्टर तैयार हो: प्रो. बेजन मिश्रा

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आयुष के सभी चिकित्सकों का रजिस्टर तैयार हो: प्रो. बेजन मिश्रा


ग्रामीण क्षेत्रों में आयुष सेवाओं के विस्तार व औषधीय खेती को बढ़ावा देने पर जोर लखनऊ,04 दिसम्बर (हि.स.)। विकसित यूपी @2047 के लिए तैयार की जाने वाली रूपरेखा पर हितधारक परामर्श बैठक गुरूवार को योजना भवन में आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता प्रमुख सचिव आयुष रंजन कुमार और महानिदेशक आयुष, उत्तर प्रदेश सरकार चैत्रा वी. ने की। अपने उद्घाटन संबोधन में प्रमुख सचिव आयुष विभाग रंजन कुमार ने आयुष चिकित्सा प्रोटोकॉल के मानकीकरण तथा नई उत्तीर्ण आयुष डॉक्टरों की ग्रामीण क्षेत्रों में अनिवार्य नियुक्ति के माध्यम से दूरस्थ क्षेत्रों में आयुष सेवाओं के विस्तार पर बल दिया। उन्होंने आयुष को चिकित्सा और वेलनेस पर्यटन के रूप में विकसित करने के महत्व पर भी जोर दिया।भारत सरकार की आयुष समिति के अध्यक्ष प्रो. बेजन मिश्रा ने सुझाव दिया कि 24x7 हेल्पलाइन नंबर की व्यवस्था होनी चाहिए और उत्तर प्रदेश में आयुष क्षेत्र के सभी चिकित्सकों का एक रजिस्टर तैयार किया जाना चाहिए। प्रमुख सचिव योजना आलोक कुमार ने कहा कि वेलनेस पर्यटन को अयोध्या, वाराणसी, मथुरा जैसे स्थलों के आध्यात्मिक पर्यटन के साथ बढ़ावा दिया जाना चाहिए, जहां पर्यटकों की बड़ी आवक है। उन्होंने अल्पकालिक और दीर्घकालिक लक्ष्यों की रणनीति बनाने की आवश्यकता पर बल दिया ताकि 2047 तक इन्हें प्राप्त किया जा सके। औषधीय जड़ी-बूटियों की खेती और आयुष क्षेत्र के पंजीकृत योग्य चिकित्सा पेशेवरों की संख्या बढ़ाने पर भी कार्य करने का सुझाव दिया गया।प्रमुख सचिव पर्यटन अमृत अभिजात ने कहा कि उत्तर प्रदेश के वेलनेस पर्यटन को बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि घाटों पर आने वाला वह पर्यटक जो उपचार और स्वास्थ्य लाभ के लिए ठहरता है, वही हमारा प्रमुख लक्ष्य होना चाहिए। मुख्यमंत्री के सलाहकार और पूर्व DCGI डॉ. जी.एन. सिंह ने सुझाव दिया कि पीलीभीत और गोरखपुर जैसे संभावनाशील क्षेत्रों में दो आयुष घाटियां (AYUSH valleys) विकसित की जानी चाहिए। राज्य रूपांतरण आयोग, लखनऊ के सीईओ मनोज कुमार सिंह ने कहा कि आयुष को मानव विकास सूचकांक में अपने सकारात्मक योगदान पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए ठोस कार्रवाई करनी चाहिए, क्योंकि आने वाली पीढ़ी ही वह कार्यबल है जो 2047 तक हमारे लक्ष्यों को साकार करेगी।

हिन्दुस्थान समाचार / बृजनंदन

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