टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत कुलपति ने गोद लिए गए क्षय रोगियों को वितरण किया पाेषण पोटली

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टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत कुलपति ने गोद लिए गए क्षय रोगियों को वितरण किया पाेषण पोटली


टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत कुलपति ने गोद लिए गए क्षय रोगियों को वितरण किया पाेषण पोटली


टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत कुलपति ने गोद लिए गए क्षय रोगियों को वितरण किया पाेषण पोटली


टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत कुलपति ने गोद लिए गए क्षय रोगियों को वितरण किया पाेषण पोटली


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टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत कुलपति ने गोद लिए गए क्षय रोगियों को वितरण किया पाेषण पोटली


टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत कुलपति ने गोद लिए गए क्षय रोगियों को वितरण किया पाेषण पोटली


गोरखपुर, 26 दिसंबर (हि.स.)। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय द्वारा शुक्रवार काे एक विशेष सामाजिक सरोकार से जुड़ा कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मवर्ष के क्रम में चल रहा है ,जिसके अंतर्गत विश्वविद्यालय परिवार द्वारा गोद लिए गए क्षय रोगियों को पोषण पोटली का वितरण किया गया।

विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के शिक्षकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सामाजिक उत्तरदायित्व के निर्वहन के साथ-साथ “टीबी मुक्त भारत अभियान” को सशक्त बनाना रहा।

राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल के प्रेरणादायी मार्गदर्शन में विश्वविद्यालय परिवार द्वारा सामूहिक रूप से 75 क्षय रोगियों को गोद लिया गया है। गोद लेने का उद्देश्य उनके स्वास्थ्य, पोषण एवं उपचार से संबंधित आवश्यकताओं में निरंतर सहयोग प्रदान करना है, जिससे वे स्वस्थ जीवन की दिशा में आगे बढ़ सकें।

कार्यक्रम का आयोजन जिला महिला चिकित्सालय के निकट स्थित सीएमओ एनेक्सी सभागार में प्रातः 11 बजे आरंभ हुआ। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के गृह विज्ञान विभाग के प्राध्यापकों एवं शोधार्थियों ने सक्रिय सहभागिता निभाई तथा इस सेवा कार्य को निरंतर जारी रखने का संकल्प लिया।

इस अवसर पर कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने क्षय रोग से संबंधित अद्यतन आंकड़े प्रस्तुत किए तथा राज्यपाल द्वारा प्रारंभ की गई क्षय रोगी गोद लेने की पहल को और अधिक सशक्त बनाने के प्रति विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता व्यक्त की। प्रो. टंडन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संपूर्ण जीवन समाज और राष्ट्रहित के कार्यों को समर्पित है। उनके 75वें जन्मदिवस पर विश्वविद्यालय परिवार द्वारा लिया गया यह संकल्प न केवल उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि है, बल्कि एक स्वस्थ एवं सशक्त समाज के निर्माण की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम है।

कार्यक्रम की नोडल अधिकारी प्रो. दिव्या रानी सिंह ने क्षय रोग में पोषण की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि औषधि उपचार के साथ-साथ संतुलित एवं पर्याप्त पोषण रोगियों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ का प्रमुख आधार है। उन्होंने पोषण पोटली वितरण में सहयोग देने वाले सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों की सराहना की।

उप जिला क्षय रोग उन्मूलन अधिकारी ने क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग करने वाले सभी सहभागियों की प्रशंसा की तथा कार्यक्रम की रूपरेखा एवं उद्देश्यों की विस्तृत जानकारी प्रदान की।कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी राजेश झा ने कहा कि क्षय रोगियों के उपचार के साथ-साथ समाज का भावनात्मक सहयोग भी अत्यंत आवश्यक है। पोषण पोटली वितरण की यह पहल रोगियों के मनोबल को बढ़ाने के साथ-साथ उन्हें स्वस्थ जीवन की ओर प्रेरित करेगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मवर्ष के अवसर पर आयोजित यह कार्यक्रम सामाजिक सरोकार, मानवीय संवेदनाओं एवं जनकल्याण की प्रेरणादायी मिसाल बन गया, जिसमें विश्वविद्यालय परिवार ने यह संदेश दिया कि शिक्षा का वास्तविक उद्देश्य समाज की भलाई और राष्ट्र निर्माण में सक्रिय सहभागिता है।

इस कार्यक्रम में डॉ. अनुपमा कौशिक, डॉ. नीता सिंह, डॉ. गार्गी पाण्डेय, डॉ. गरिमा यादव तथा शोधार्थी कीर्ति दुबे, अर्चिता चौरसिया, कविता त्रिपाठी, तान्या एवं रंजना आदि की उल्लेखनीय सहभागिता रही।

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रिंस पाण्डेय

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