मुविवि के प्रोफेसर को मिला राष्ट्रीय निदेशक का उत्तरदायित्व

मुविवि के प्रोफेसर को मिला राष्ट्रीय निदेशक का उत्तरदायित्व


प्रयागराज, 23 सितम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज के प्रोफेसर ए.के मलिक को राष्ट्रीय स्तर की संस्था नेशनल काउंसिल ऑफ रिसर्चर टीचर साइंटिस्ट इंडिया एन.सी.आर.टी.एस में राष्ट्रीय निदेशक का उत्तरदायित्व मिला है। प्रो.मलिक के चयन पर मुक्त विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सीमा सिंह, कुलसचिव प्रो. पी.पी. दुबे समेत सभी निदेशक एवं शिक्षकों सहित अनेकों संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने शुभकामनाएं दी।

उक्त जानकारी मुक्त विवि के पीआरओ डॉ प्रभात चंद्र मिश्र ने देते हुए बताया कि भारत सरकार की संस्था विज्ञान प्रसार की इकाई विपनेट से सम्बद्ध नेशनल काउंसिल ऑफ रिसर्चर टीचर साइंटिस्ट इंडिया (एन.सी.आर.टी.एस.) द्वारा उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज के प्रोफेसर ए.के मलिक को वर्ष 2022 के लिए राष्ट्रीय निदेशक के रूप में सेवाएं देने के लिए मनोनीत किया है।

डॉ प्रभात ने बताया कि प्रो. मलिक को विज्ञान एवं तकनीकी के प्रचार प्रसार एवं राष्ट्रीय स्तर पर अतुलनीय कार्य करने हेतु 1 फरवरी 2022 को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार तथा 22 दिसम्बर, 2018 विपनेट-विज्ञान प्रसार, भारत सरकार के डीएसटी के तहत नेटवर्क दासा और त्रिपुरा के एस.डब्ल्यू.ए से राष्ट्रीय गणित दिवस पर गणित लोकप्रियता के लिए श्रीनिवास रामानुजन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्होंने बी.के. बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी पिलानी के गणित विभाग में पंद्रह वर्षों तक शैक्षिक योगदान दिया है। इसी वर्ष जून में प्रो. मलिक मुक्त विवि में गणित के प्रोफेसर के रूप में नियुक्त किये गये।

प्रो. मलिक को शिक्षा और अनुसंधान में 17 से अधिक वर्षों का अनुभव है। उनकी विशेषज्ञता का क्षेत्र ऑपरेशंस रिसर्च, इन्वेंटरी कंट्रोल और सॉफ्ट कम्प्यूटिंग तकनीक है। उन्होंने प्रतिष्ठित राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में 60 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित किए हैं। उन्हें कई संस्थानों आई आई टी और अन्य विश्वविद्यालयों में गणित और अनुसंधान पद्धति में विभिन्न शोध विषयों पर 80 से अधिक वार्ता देने के लिए आमंत्रित किया गया है। उन्होंने प्रतिष्ठित संस्थान ई् आई एस टी आई विश्वविद्यालय पेरिस, फ्रांस में विजिटिंग प्रोफेसर के रूप में भी काम किया है।

प्रो. मलिक औद्योगिक इंजीनियरिंग सी आर सी प्रेस ऑपरेशंस रिसर्च ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस अनुकूलन तकनीक, टोपोलॉजी, माप सिद्धांत और एकीकरण विलीए ड्रीम टेक जैसी 26 पुस्तकों के लेखक व सह लेखक हैं। वह विद्वान समाजों एसोसिएशन ऑफ इन्वेंटरी एकेडमिक्स एंड प्रैक्टिशनर्स, आई.ए.पी इंडियन एसोसिएशन फॉर रिलायबिलिटी एंड स्टैटिस्टिक्स आईएआरएस राजस्थान गणिता परिषद के आजीवन सदस्य हैं। प्रो. मलिक ने एम.एस.सी गणित गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय हरिद्वार, उत्तराखंड से और पी.एच.डी डिग्री, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ से प्राप्त किया है। नेशनल काउंसिल ऑफ रिसर्चर टीचर साइंटिस्ट इंडिया एनसीटीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष अंजन बनिक ने नियुक्ति पत्र प्रदान करते हुए डॉ मलिक द्वारा विज्ञान लोकप्रिय करण के क्षेत्र में किए गए कार्यों की सराहना की है।

हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त

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