कहीं केट काटकर तो कहीं अभिषेक कर मनाया गया राधा रानी का जन्मोत्सव
भादो मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी को मनाई जाती है राधा जी की जयंती
लखनऊ, 04 सितम्बर (हि.स.)। कहीं केट काटकर तो कहीं अभिषेक कर भादो मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी को राधा रानी का जन्मोत्सव मनाया गया। इस अवसर पर प्रसाद वितरण हुआ और भक्तों ने भजन किए।
डालीगंज स्थित श्री माधव मंदिर में राधा रानी का अलौकिक शृंगार किया गया। देवी को बनारसी वस्त्र धारण कराए गए, चांदी का मुकुट पहना गया और भव्य फूलों का शृंगार हुआ। इस अवसर पर बच्चों ने फ्रूट केक काटकर राधा रानी का प्राकट्य उत्सव मनाया। भक्तों ने भजन किए। मंदिर की महिला अध्यक्ष माया आनंद, भारत भूषण गुप्ता, ओमकार जयसवाल, मनीष गुप्ता, कंचन साहू ने पांच कन्याओं का पूजन, चरण स्पर्श कर उन्हें भेंट स्वरूप पाठन सामग्री दी। रवीना साहू ने भजन ‘मीठे रस भरयोरी राधा रानी लगे..., राधारानी तेरी कृपा को तरसे हम,,, राधा राधा नाम जपना,,,,भजनों का गुलदस्ता पेश किया। श्याम जी साहू ने बताया कि मंदिर में पूरे वर्ष में केवल राधा अष्टमी पर्व के दिन राधा रानी के चरणों के दर्शन कराए जाते हैं।
इस अवसर पर मंदिर के अध्यक्ष बिहारी लाल साहू, भारत भूषण गुप्ता, ओमकार जायसवाल, गोविंद साहू, धनश्याम अग्रवाल, श्याम जी साहू, बिहारी लाल साहू, राकेश साहू, माया आनंद, दिनेश अग्रवाल, दीपक मल्होत्रा, अनुराग साहू कार्यक्रम को भव बनाने में जुटे हुए हैं।
इस्कॉन मन्दिर, लखनऊ के अध्यक्ष अपरिमेय श्यामदास ने भगवान श्री राधा रमण बिहारी जी एवं राधा रानी का आभिषेक एवं पूजन करके किया गया। कथा के साथ ही भगवान के भजन एवं भक्तों द्वारा नृत्य आदि हुआ। कार्यक्रम का समापन आरती एवं भोजन प्रसादम के साथ हुआ।
आदित्य नारायण प्रभु ने बताया कि राधा रानी को जानने के लिए श्रीकृष्ण को जानना अत्यन्त आवश्यक है। श्रीकृष्ण के स्वरूप को जाने बिना हम राधा रानी को नहीं जान सकते, उन्होंने बताया कि श्रीकृष्ण और राधा एक हैं। वास्तव में राधा रानी श्रीकृष्ण का ही एक विस्तारित रूप हैं। इसलिए यदि आपको श्री राधा रानी के बारे में जानना है तो आपको कृष्ण के बारे में जानना ही पड़ेगा। इसके बाद प्रसाद वितरण प्रारम्भ हुआ, जिसमे लखनऊ एवं आस-पास के तमाम गणमान्य भक्त उपस्थित रहे।
पुराने इस्कॉन मंदिर में गाय वैष्णवी ने दिया बछिया गौरा को जन्म
चारबाग, बांसमंडी स्थित श्रीश्री गौर राधा कृष्ण मंदिर, पुराने इस्कॉन मंदिर में राधा रानी के चरण दर्शन के साथ भक्तों ने भोग प्रसाद ग्रहण किया। भाजपा नेता सुधीर हलवासिया ने सभी भक्तों को राधा अष्टमी की बधाई दी। इस अवसर पर मंदिर में वैष्णवी गाय ने बछिया को जन्म दिया, जिसका नाम गौरा रखा गया।
कार्यक्रम संयोजिका प्रीति गर्ग ने बताया कि भाद्रपद अष्टमी पर बरसाने वाली राधे मां का जन्मदिन भव्यता से मनाया गया। सुबह मंदिर के पट खुलते ही मंगला आरती, तुलसी आरती, श्रंगार आरती की गई। राधा रानी का फूलों से शृंगार किया गया। दूध, दही, घी और शहद इत्यादि से राधा रानी का अभिषेक किया गया। इसके बाद शुरू हुए महाकीर्तन में महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। वृंदावन में राधे राधे, बरसाने वाली राधे जैसे भजनों के बीच ढोल, मृदंग और मंजीरों के मधुर संगीत से राधाकृष्ण का सुमिरन किया गया।
राधा जी का महाअभिषेक किया गया। इसके बाद प्रभु जी को छप्पन भोग का प्रसाद अर्पित किया गया, जिसमें 56 से अधिक व्यंजनों का भोग भगवान को लगाया गया। इसके बाद राजभोग महाआरती की गई। तत्पश्चात विशाल भण्डारे का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। भाजपा नेता सुधीर हलवासिया परिवार सहित महाआरती में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि साल में एक ही बार यह शुभ दिन आता है जब राधा रानी अपने चरणों के दर्शन का प्रसाद भक्तों को प्रदान करती है।
हिन्दुस्थान समाचार/शैलेंद्र

