आईआईटी कानपुर के सात माइक्रो इंटरप्राइजेज को सपोर्ट करेगा एमएसएमई

आईआईटी कानपुर के सात माइक्रो इंटरप्राइजेज को सपोर्ट करेगा एमएसएमई


आईआईटी कानपुर के सात माइक्रो इंटरप्राइजेज को सपोर्ट करेगा एमएसएमई


कानपुर, 18 अक्टूबर (हि.स.)। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर के प्रौद्योगिकी व्यवसाय इनक्यूबेटर स्टार्टअप इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर (एसआईआईसी) ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई) के साथ पार्टनरशिप की है। इसके तहत प्रौद्योगिकी व्यवसाय इनक्यूबेटर स्टार्टअप इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर में पंजीकृत सात माइक्रो इंटरप्राइजेज को एमएसएमई मंत्रालय सपोर्ट करेगा। इस साझेदारी के तहत चुनिंदा स्टार्टअप को प्रोटोटाइप विकसित करने के लिए अनुदान दिया जाएगा। यह जानकारी एसआईआईसी के सीओओ पीयूष मिश्रा ने दी।

अभिनव विचारों को पथ-प्रदर्शक उत्पादों/परियोजनाओं में बदलने के अपने अथक प्रयासों को जारी रखते हुए आईआईटी कानपुर के प्रौद्योगिकी व्यवसाय इनक्यूबेटर स्टार्टअप इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर ने भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के साथ भागीदारी की है। भारतीय विनिर्माण क्षेत्र की बेहतरी के लिए एमएसएमई डिजाइन इनोवेटिव स्कीम और लीवरेज डिजाइन विशेषज्ञता/डिजाइन बिरादरी की सुविधा के लिए इस साझेदारी के तहत चुनिंदा स्टार्टअप को प्रोटोटाइप विकसित करने के लिए अनुदान दिया जाएगा। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा डिजाइन इनोवेटिव स्कीम, डिजाइन विकास में लगे अंतिम वर्ष के यूजी और पीजी छात्रों और डिजाइन डोमेन में काम करने वाले एमएसएमई को अनुदान प्रदान करती है। छात्रों के लिए अनुदान 1.5 लाख रुपये तक है, जबकि एमएसएमई के लिए यह 15 से 40 लाख रुपये के बीच है। ये फंड चुनिंदा प्रोटोटाइप के विकास के लिए एक साल के लिए दिए जाते हैं।

आईआईटी कानपुर एमएसएमई मंत्रालय द्वारा डिजाइन इनोवेटिव स्कीम के लिए एक कार्यान्वयन एजेंसी है। तीसरी पीएमएसी (परियोजना निगरानी और सलाहकार समिति) के दौरान, सात उद्यमों द्वारा सात परियोजनाओं को प्रोटोटाइप विकास के लिए अनुमोदित किया गया है जिसमें मैसर्स असाट्रोबो टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स कानपुर राइटर्स, मेसर्स वाटर एन स्पाइसेस फूड्स प्राइवेट लिमिटेड, विला मार्ट प्रा० लिमिटेड, मेसर्स एग्रोन्क्स्ट सर्विसेज प्रा० लिमिटेड, मैसर्स एलसीबी फर्टिलाइजर्स प्रा. लिमिटेड, मेसर्स एक्वाफ्रंट इंफ्रास्ट्रक्चर प्रा० लिमिटेड शामिल है।

प्रो. अंकुश शर्मा, प्रो-इन-चार्ज इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन, आईआईटी कानपुर ने कहा आईआईटी कानपुर नवीन तकनीकों को विकसित करके विनिर्माण उद्योग को बढ़ावा देने का मार्ग प्रशस्त कर रहा है जो आत्मनिर्भर पहल को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण वैश्विक क्रांति लाएगा।

डॉ. निखिल अग्रवाल, सीईओ एसआईआईसी ने कहा आईआईटी कानपुर और एमएसएमई मंत्रालय के बीच बड़े तालमेल के साथ, हम उनके आगामी एमएसएमई इनोवेटिव डिज़ाइन प्रोग्राम एमआईडीपी के साथ एक बड़ी छलांग लगाने की आशा कर रहे हैं। यह पहल नवोदित उद्यमियों को एक उत्कृष्ट समर्थन प्रदान करेगी। पीयूष मिश्रा, सीओओ, एसआईआईसी ने कहा, हमें खुशी है कि हमारे स्टार्टअप्स को एमएसएमई मंत्रालय द्वारा मान्यता दी जा रही है और हमें विश्वास है कि ये उल्लेखनीय उद्यम इन अनुदानों के माध्यम से नवाचार के क्षेत्र में एक चिरस्थायी प्रभाव पैदा करेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय

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