आईआईटी का स्थापना दिवस हम सभी के लिए है प्रतिबिंब का दिन : निदेशक
- कानपुर आईआईटी बुधवार को मनाएगा अपना 63वां स्थापना दिवस
कानपुर, 01 नवम्बर (हि.स.)। एक ऐसा दिन जिसका हम सभी बेसब्री से इंतजार करते हैं। यह वही दिन है जिस दिन आज से 63 वर्ष पूर्व कानपुर आईआईटी की स्थापना हुई। स्थापना दिवस हम सभी के लिए प्रतिबिंब का दिन है। इस वर्ष बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष सुब्रमण्यम रामादोराई को मुख्य अतिथि के रूप में पाकर हमें खुशी हो रही है और हम इस मौके पर आईआईटी कानपुर की यात्रा को याद करने के लिए अपने पूर्व छात्रों और शिक्षकों को एक साथ एक छत के नीचे उपस्थित होने की उम्मीद करते हैं। यह बातें मंगलवार को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के निदेशक प्रो. अभय करंदीकर ने कही।
आईआईटी 63वां स्थापना दिवस दो नवम्बर यानी बुधवार को आयोजित करने जा रहा है। पिछले साल के अपेक्षा इस साल पूरी तरह से भौतिक आयोजन होने जा रहा है। सुब्रमण्यम रामादोराई, अध्यक्ष बोर्ड ऑफ गवर्नर्स, टीआईएसएस इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होंगे।
स्थापना दिवस से पहले एक भव्य भारतीय शास्त्रीय संगीत संध्या होगी, जिसका शीर्षक 'अंतरंग' होगा, जिसे मंगलवार की रात को आउटरीच ऑडिटोरियम में आयोजित किया जाएगा। ग्रुप बोधि द्वारा कर्नाटक और हिंदुस्तानी रागों पर आधारित रवींद्र संगीत सत्र होगा। इसके बाद हिंदुस्तानी गायन होगा, जिसमें अमराबती विश्वास और प्रदन्या खांडेकर और डॉ. कोप्पिलिल राधाकृष्णन, अध्यक्ष, बोर्ड ऑफ गवर्नर्स आईआईटी कर्नाटक गायन प्रस्तुत किया जाएगा।
सम्मानित होंगे 18 पुरस्कार विजेता
मीडिया प्रभारी ने बताया कि संस्थान के शीर्ष सम्मान जैसे संस्थान फेलो, विशिष्ट पूर्व छात्र पुरस्कार, विशिष्ट सेवा पुरस्कार, युवा पूर्व छात्र पुरस्कार, सत्येंद्र के. दुबे मेमोरियल पुरस्कार 63 वें स्थापना दिवस पर मुख्य आकर्षण होंगे। इंस्टीट्यूट फेलो अवार्ड संस्थान के विकास के लिए व्यक्तियों द्वारा किए गए विशिष्ट योगदान को मान्यता देता है, जबकि विशिष्ट सेवा पुरस्कार उन पूर्व छात्रों को मान्यता देते हैं जो वैश्विक क्षेत्र में संस्थान का कद बढ़ाते हैं। विशिष्ट पूर्व छात्र पुरस्कार उन पूर्व छात्रों को दिए जाते हैं जिन्होंने अपने काम के क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाई है, जबकि युवा पूर्व छात्र पुरस्कार 40 वर्ष से कम आयु के पूर्व छात्रों को प्रदान किए जाते हैं जो अपने क्षेत्र में महत्वपूर्ण वृद्धि दिखाते हैं। सत्येंद्र के. दुबे मेमोरियल अवार्ड एक पूर्व छात्र को पेशेवर ईमानदारी के उच्चतम प्रदर्शन के लिए दिया जाने वाला एक प्रतिष्ठित सम्मान है। इस वर्ष, आईआईटी प्रतिष्ठित श्रेणियों में कुल 18 पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित करेगा।
हिन्दुस्थान समाचार/अजय
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