राष्ट्रीय पोषण माह एक राष्ट्रव्यापी उत्सव एवं जन आंदोलन : गुरू प्रसाद मौर्य

WhatsApp Channel Join Now
राष्ट्रीय पोषण माह एक राष्ट्रव्यापी उत्सव एवं जन आंदोलन : गुरू प्रसाद मौर्य


राष्ट्रीय पोषण माह एक राष्ट्रव्यापी उत्सव एवं जन आंदोलन : गुरू प्रसाद मौर्य


- विधायक ने किया गर्भवती महिलाओं की गोदभराई और बच्चों का अन्नप्राशन संस्कार

- केन्द्रीय संचार ब्यूरो ने 7वें राष्ट्रीय पोषण माह पर किया जागरूकता कार्यक्रम

प्रयागराज, 11 सितम्बर (हि.स.)। कुपोषण पुरी दुनिया की समस्या है, जहां अल्प पोषण से उम्र के हिसाब से व्यक्ति का वजन, लम्बाई प्रभावित होती है। वहीं अति पोषण से मोटापा, अधिक वजन और आहार से सम्बंधित गैर संचारी रोग होने की सम्भावना रहती है। इसीलिए हमारा आहार संतुलित होना चाहिए। इसी के तहत राष्ट्रीय पोषण माह एक राष्ट्रव्यापी उत्सव बन गया है और जन आंदोलन का रूप ले रहा है।

उक्त बातें मुख्य अतिथि फाफामऊ विधायक गुरू प्रसाद मौर्य ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार के केन्द्रीय संचार ब्यूरो द्वारा बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार व स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से आयोजित “7वें राष्ट्रीय पोषण माह” के दौरान बुधवार को बायोवेद कृषि एवं प्रौद्योगिकी शोध संस्थान मोहरब, श्रृंगवेरपुर में आयोजित जन जागरूकता कार्यक्रम के दौरान कही।

उन्होंने कहा कि सरकार बच्चों, किशोरियों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं में कुपोषण की समस्या से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है। महीने भर चलने वाले इस अभियान का उद्देश्य कुपोषण से निपटने के प्रयासों में और तेजी लाना तथा देश भर में समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है।

कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि ने एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत वृक्षारोपण भी किया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी आंगनबाड़ी, मुख्य सेविका, सीडीपीओ, चिकित्साधिकारी व अन्य लोगों द्वारा मानव श्रृंखला बनाकर पोषण के प्रति जागरूक किया गया। इस दौरान मुख्य अतिथि ने 5 गर्भवती महिलाओं का गोदभराई और 5 बच्चों का अन्नप्राशन संस्कार किया।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रभारी चिकित्साधिकारी कौडिहार डॉ0 अनुराग तिवारी ने कहा कि राष्ट्रीय पोषण माह एक राष्ट्रव्यापी अभियान के रूप में विकसित हो रहा है। इसके माध्यम से देश भर में बच्चों, किशोरियों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को सुपोषित करने के लगातार प्रयास किये जा रहे है। बाल विकास परियोजना अधिकारी कौड़िहार सुरेन्द्र सिंह यादव ने राष्ट्रीय पोषण माह के एनीमिया, वृद्धि निगरानी, 7 माह से बच्चे को मां के दूध के साथ ऊपरी आहार, आदि विषयों पर प्रकाश डाला।

बायोवेद कृषि एवं प्रौद्योगिकी शोध संस्थान के निदेशक डॉ0 वी0के0 द्विवेदी ने कहा कि देश की धरती पर पैदा होने वाले मोटे आनाज श्रीअन्न की आज पूरी दुनिया में मांग हो रही है। उन्होंने महिलाओ को सम्बोधित करते हुए कहा कि बेटियों के खानपान और शिक्षा पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

कार्यक्रम व प्रश्नोत्तरी का संचालन ब्यूरो के कार्यक्रम प्रभारी राम मूरत विश्वकर्मा ने किया। इस दौरान प्रतियोगिता आयोजित कर कुल 20 विजयी प्रतिभागियों को विधायक द्वारा प्रमाण पत्र व पुरस्कृत किया गया। विभाग के पंजीकृत हरविन्द यादव लोकगीत पार्टी एवं जादूगर योगेन्द्र ने मनोरंजन के साथ ज्ञानवर्धक जानकारी दी। कार्यक्रम के दौरान चिकित्साधिकारी डॉ0 सुषमा यादव की निगरानी में स्वास्थ्य कैम्प तथा सीडीपीओ की निगरानी में आईसीडीएस का स्टाल लगाया गया।

कार्यक्रम में ब्यूरो के क्षेत्रीय प्रचार सहायक बालमुकुन्द सिंह, आईसीडीएस के अमित कुमार शर्मा, अरूण कुमार जायसवाल, मुख्य सेविका शोभा देवी, पूजा, गायत्री शुक्ला, मीनाक्षी, कुसुम और राकेट लर्निंग संस्था की प्रतिनिधि शुभांगी शुक्ला, संस्थान के प्रधानाचार्य डॉ0 हिमांशु द्विवेदी, डॉ0 विपिन साहू, डॉ0 श्रवण कुमार, डॉ0 अंकित शुक्ला, डॉ0 एस0एस0 यादव सहित बड़ी संख्या में आंगनबाडी उपस्थित रहीं।

हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र

हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्‍वाइन करने के लि‍ये  यहां क्‍लि‍क करें, साथ ही लेटेस्‍ट हि‍न्‍दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लि‍ये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लि‍ये  यहां क्लिक करें।

Share this story