चुनौतियों का समाधान बेहतर ढंग से करना सीखें : निदेशक

--सीमैट में पुनर्बाधात्मक प्रशिक्षण कार्यक्रम के सप्तम् चक्र का शुभारम्भ
प्रयागराज, 25 नवम्बर (हि.स.)। वर्तमान समय में चुनौतियों का सामना आप बेहतर ढंग से कैसे करेंगे। इस पर मनन करने की आवश्यकता है। कार्यक्षेत्र में आपको नयी-नयी चुनौतियों का सामना करना होगा और इन चुनौतियों का समाधान तार्किक रूप से करते हुये लक्ष्य तक पहुंचा जा सकता है।
यह बातें सीमैट के निदेशक दिनेश सिंह ने राज्य शैक्षिक प्रबन्धन एवं प्रशिक्षण संस्थान (सीमैट), उप्र, प्रयागराज में सम्बोधित करते हुए कही। समग्र शिक्षा अभियान के अन्तर्गत डायटमेंटर, ए.आर.पी एवं एस.आर.जी का सहयोगात्मक पर्यवेक्षण पर आधारित चार दिवसीय पुनर्बाधात्मक प्रशिक्षण कार्यक्रम में शुक्रवार को सप्तम् चक्र का शुभारम्भ किया गया। इसके उपरांत निदेशक ने प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुये कहा कि शिक्षण प्रक्रिया के दौरान शिक्षा का एक मुख्य कर्तव्य होना चाहिए वह बच्चों के अधिगम स्तर को समय-समय पर परीक्षण करें तदरूप शिक्षण कार्य को सम्पादित करें।
संस्थान के विभागाध्यक्ष डॉ अमित खन्ना ने कहा कि यह प्रशिक्षण गतिविधि आधारित होगा। जिसका क्रियान्वयन आप अपने कार्य क्षेत्र में शिक्षक से कराने का प्रयास करेंगे और विद्यालय में गतिविधि आधारित शिक्षण प्रक्रिया को प्रोत्साहित करने में अपना भरपूर योगदान करेंगे। उन्होनें कहा कि निदेशक के नेतृत्व में हम लोग अपने संस्थान को विश्वस्तरीय संस्थान बनाने का प्रयास कर रहे हैं।
कार्यक्रम समन्वयक प्रभात कुमार मिश्र ने कहा कि इस चार दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान आपको शिक्षण प्रक्रिया विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया जायेगा। जिससे आप प्रशिक्षित होकर निपुण विद्यालय बनाने में भरसक प्रयास करेंगे। उन्होने कहा कि प्रदेश के छह जनपद कन्नौज, बस्ती, फिरोजाबद, कुशीनगर, चन्दौली एवं फर्रूखाबाद के 198 प्रतिभागी प्रतिभाग कर रहे हैं। पवन सावंत ने प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर संस्थान से सरदार अहमद, बी.आर आबिदी, विप्लव प्रताप सिंह आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन 28 नवम्बर को होगा।
हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त
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