किसान सम्मान निधि योजना में अपात्र कृषकों से वसूले 56 लाख
झांसी, 01 अगस्त (हि.स.)। जनपद के कतिपय कृषकों द्वारा अपात्र होते हुए भी योजना की किस्ते प्राप्त की जा रही हैं, जो सर्वथा अनुचित है। अब तक अपात्र किसानों से अभियान चला कर 56 लाख रुपये की राशि वसूली जा चुकी है।
उप कृषि निदेशक एमपी सिंह के सिंह ने बताया कि जनपद में कृषि विभाग द्वारा अभियान चलाकार प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजनान्तर्गत लाभान्वित कृषकों का क्षेत्रीय कर्मचारियों द्वारा भौतिक सत्यापन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसी क्रम में शासन एवं जिलाधिकारी के स्तर से प्राप्त निर्देशानुसार इस अति महत्वपूर्ण कार्य के निमित्त जनपद में विशेष टीम का गठन किया गया, जो चयनित राजस्व ग्रामों में पात्रता का सत्यापन कर रही है। यदि एक परिवार में पति-पत्नी दोनों पीएम किसान योजना का लाभ ले रहे हैं तो पति-पत्नी में से किसी एक को किसान सम्मान निधि वापस करनी होगी क्योंकि भारत सरकार की गाइड लाइन के अनुसार परिवार में एक ही सदस्य योजना का लाभ ले सकता है। उन्होंने बताया कि ऐसे किसान जो पीएम किसान योजना में घोषणा पत्र में निर्धारित शर्तों के आधार पर पात्र नहीं है और उन्हें योजना का लाभ मिल रहा है। ऐसे किसानों को किसान सम्मान निधि वापस करनी होगी।
उन्होंने अपात्रता की जानकारी देते हुए कहा कि ऐसे किसान जिनके द्वारा पंजीकरण कराया गया परंतु उनके द्वारा संयुक्त खाता संख्या दर्ज करा दिया गया था। ऐसे प्रकरणों में यदि भुगतान गलत हुआ है अथवा किसी अन्य को योजना का लाभ मिल रहा है तो किसान सम्मान निधि वापस करनी होगी। उप कृषि निदेशक ने बताया कि योजनान्तर्गत लाभ प्राप्त अपात्र लाभार्थी (अपात्रता का कारण-भूतपूर्व अथवा वर्तमान संवैधानिक पदधारक, समूह-घ के कार्मिकों को छोड़कर राज्य व केन्द्र सरकार के समस्त अधिकारी व कर्मचारी एवं मासिक पेंशन 10 हजार से अधिक के पेंशनर, पेशेवर डाक्टर, इंजीनियर, अधिवक्ता, चार्टर्ड एकाउन्टेंट अथवा आर्किटेक्ट तथा आयकरदाता व कृषि योग्य भूमि न होना अथवा एक परिवार में एक से अधिक लाभार्थी आदि किसी राष्ट्रीयकृत बैंक की शाखा में अपात्र होने की दशा में प्राप्त धनराशि के सापेक्ष वसूली योग्य रकम को भारतीय स्टेट बैंक शाखा-एनबीआरआई लखनऊ में संचालित खाता संख्या- 40279688625 में जमा कर, विधिक दण्डात्मक कार्यवाही से बच सकते हैं।
जनपद में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना अंतर्गत अपात्र कृषकों की जानकारी देते हुए बताया कि जनपद में भारत सरकार द्वारा किसानों को अपात्रता के दृष्टिगत नोटिस जारी किए गए। जनपद में अब तक योजना अंतर्गत प्राप्त धनराशि लगभग 56 लाख रुपए बैंक में जमा कराते हुए समर्पित कर दिया है।
हिन्दुस्थान समाचार / महेश पटैरिया / शरद चंद्र बाजपेयी / मोहित वर्मा
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