भारत में 30 प्रतिशत लोग मानसिक समस्या से ग्रसित : नीरज शर्मा
मेरठ, 24 अप्रैल (हि.स.)। एमएचएम इंडिया के पर्सनल रिलेशनशिप मैनेजर नीरज शर्मा ने कहा कि आज भारत में 20 से 30 प्रतिशत लोग मानसिक समस्याओं का सामना कर रहे हैं। इनमें से अधिकांश को इसकी जानकारी भी नहीं है।
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग के पुरातन विद्यार्थियों द्वारा संचालित स्वयंसेवी संस्था मेंटल हेल्थ मिशन इंडिया द्वारा बुधवार को दिल्ली ग्लोबल स्कूल मवाना रोड मेरठ में अध्यापकों के लिए ’क्लास रूम चलेंजेज एवं इमोशनल वेल बीइंग’ विषय पर कार्यशाला आयोजित की गई।
मुख्य वक्ता एमएचएम इंडिया के पर्सनल रिलेशनशिप मैनेजर नीरज शर्मा ने बताया कि अधिकांश मानसिक रोगों से ग्रसित व्यक्ति को इसका पता भी नहीं होता। उन्हें किसी ना किसी प्रकार से सहायता क़ी आवश्यकता है, जिसे सिर्फ मनोवैज्ञानिकों की सहायता से ठीक किया जा सकता है। ज्यादातर लोग या तो मानसिक समस्याओं के बारे में जानकारी कम रखते हैं अथवा जिन्हें इसके बारे में पता है वे समाज के द्वारा कलंकित होने के डर से दूसरों से अपनी मन की समस्याओं को साझा नहीं करते हैं। इससे वे अपनी बीमारियां बढ़ते रहते हैं।
उन्होंने कहा कि यदि हम स्कूलों में शिक्षकों को इमोशनल वेल बीइंग जैसे विषयों के बारे में शिक्षित करेंगे तो वे स्वयं ही नहीं अपितु अपने विद्यार्थियों को भी मानसिक रूप से स्वस्थ एवं सकारात्मक विचारों वाला सशक्त नागरिक बना सकेंगे। उन्होंने अध्यापकों को अपनी कक्षाओं में आने वाली चुनौतियों का सामना करने हेतु विधियों के बारे में बताया एवं इमोशनल वेल्डिंग को बेहतर बनाए रखने के साधनों के बारे में बताते हुए कहा कि हमें स्वयं को खुश रखने के लिए दूसरों की सहायता करते रहना चाहिए, यदि हमारे मन में कोई बात हमें परेशान करती है तो वह हमें किसी न किसी से साझा अवश्य करना चाहिए। दूसरों को प्यार करें। परन्तु हमें स्वयं को प्रेम करने एवं संतुष्ट कैसे रहें इस पर भी विचार करना चाहिए।
कार्यक्रम में फैसिलिटेटर मनोवैज्ञानिक अभिषेक धीमान, स्कूल चेयरमैन करुणेश भारद्वाज, प्रिंसिपल स्वाति मुंशी, वाईस प्रिंसिपल उषा शर्मा आदि उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/ डॉ. कुलदीप/बृजनंदन
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।