आईआईटी कानपुर में 15 अक्टूबर से होगा तीन दिवसीय साहित्य महोत्सव 'अक्षर' का आगाज

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आईआईटी कानपुर में 15 अक्टूबर से होगा तीन दिवसीय साहित्य महोत्सव 'अक्षर' का आगाज




कानपुर,14 अक्टूबर (हि.स.)। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर में तीन दिवसीय साहित्य महोत्सव अक्षर का दूसरा संस्करण 15 अक्टूबर से शुरू होगा। यह जानकारी शनिवार को शिवानी केंद्र समन्वयक एवं डीन ऑफ रिसोर्स एण्ड अलम्नाइ आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर कांतेश बलानी ने दी।

उन्होंने बताया कि इस महोत्सव का आयोजन शिवानी सेंटर फॉर द नर्चर एंड रीइंटीग्रेशन ऑफ हिंदी एंड अदर इंडियन लैंग्वेजेज, राजभाषा प्रकोष्ठ, एप्रिसिएशन एंड प्रमोशन ऑफ आर्ट, कल्चर एंड हेरिटेज (एप्रोच) सेल ऑफ आईआईटी कानपुर, हिंदी साहित्य सभा आईआईटी कानपुर की एक छात्र संस्था और गाथा- एसआईआईसी आईआईटी कानपुर की एक इनक्यूबेटेड कंपनी द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है।

शिवानी सेंटर का उद्देश्य हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं में संचार करते समय भाषा रचनात्मकता को बढ़ावा देना और गर्व और आत्मविश्वास पैदा करना है। इसका इरादा हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं की समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रम, कार्यशालाएं, पुस्तक मेले आदि आयोजित करने का है। शिवानी सेंटर की स्थापना मुक्तेश पंत ने की थी जिन्होंने 1976 में आईआईटी कानपुर से केमिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक. की उपाधि प्राप्त की थी। इस केंद्र की स्थापना उनकी दिवंगत मां गौरा पंत, जिन्हें उनके उपनाम 'शिवानी' से बेहतर जाना जाता है, की स्मृति में 'मिक्की और विनीता चैरिटेबल फाउंडेशन' के अनुदान से की गई थी, जो 20वीं सदी के सबसे लोकप्रिय हिंदी लेखकों में से एक थीं।

अक्षर 2023 का दूसरा संस्करण पूर्व-प्रतिष्ठित हिंदी उपन्यासकार शिवानी जी की जन्म शताब्दी का जश्न मना रहा है, यह आईआईटी कानपुर के आउटरीच ऑडिटोरियम में होने वाला तीन दिवसीय महोत्सव 15 अक्टूबर 2023 को शुरू होगा और 17 अक्टूबर 2023 को समाप्त होगा।

प्रो.बलानी ने बताया कि ‘अक्षर भाषा रचनात्मकता को बढ़ावा देने, हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं में संचार में गर्व और आत्मविश्वास की भावना को बढ़ावा देने के लिए हमारे समर्पण का प्रतिनिधित्व करता है। हम प्रसिद्ध हिंदी उपन्यासकार शिवानी जी की जन्मशती मनाने में बहुत गर्व महसूस करते हैं, और देश भर से प्रतिष्ठित साहित्यिक और अकादमिक हस्तियों की भागीदारी के साथ साहित्य, कला, संस्कृति और विरासत का जश्न मनाने के तीन दिनों की प्रतीक्षा कर रहे हैं। इस वर्ष का अक्षर साहित्यिक विधाओं, संगीत, विचारोत्तेजक चर्चाओं और विविध प्रकार के प्रदर्शनों की एक समृद्ध टेपेस्ट्री का वादा करता है, जो इसे एक ऐसा कार्यक्रम बनाता है जो हमारे कैंपस समुदाय को प्रेरित करने और संलग्न करने का वादा करता है।’

तीन दिवसीय कार्यक्रम को प्रसिद्ध लेखिका शिवानी के जीवन और कार्यों के उत्सव के रूप में मनाया जाएगा। इसमें देश की प्रतिष्ठित साहित्यिक और अकादमिक हस्तियां भाग लेंगी। कई प्रसिद्ध कवि और कलाकार आईआईटी परिसर समुदाय को साहित्य की विभिन्न शैलियों, कहानियों, कविताओं और नाटकों की सराहना करने का अवसर प्रदान करेंगे। इसके अलावा, अक्षर कार्यक्रम के दौरान हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत की एक शाम, विचारोत्तेजक पैनल चर्चा, एक कथक प्रदर्शन, रवीन्द्र संगीत, कबीर - भजन और कई अन्य प्रदर्शन प्रस्तुत किए जाएंगे। कुछ प्रतिष्ठित हस्तियों में बॉलीवुड के फिल्म निर्माता, निर्देशक, आर. बाल्की, कोमल नाहटा, प्रसिद्ध व्यापार विश्लेषक, नयनी दीक्षित, बॉलीवुड अभिनेत्री और पुष्पेश पंत, अकादमिक, खाद्य समीक्षक और इतिहासकार, अशोक चक्रधर, लेखक और कवि, फरहत एहसास, अग्रणी समकालीन उर्दू कवि, शारिक कैफ़ी प्रसिद्ध उर्दू कवि, भाग्यश्री देशपांडे, शास्त्रीय भारतीय गायक और कई अन्य शामिल हैं।

इसके अतिरिक्त, देश के प्रमुख प्रकाशकों द्वारा तीन दिवसीय पुस्तक मेले का आयोजन एवं समन्वय किया जा रहा है, जिसका उद्घाटन 15 अक्टूबर को किया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार/राम बहादुर/मोहित

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