11 साल बाद रेलवे में ट्रेड यूनियन अपनी मान्यता के लिए करेगी जोर आजमाइश
- जोन में नॉर्दर्न रेलवे मेंस यूनियन व उत्तरीय रेलवे मजदूर यूनियन अपनी तैयारियों में जुटीं
मुरादाबाद, 12 मई (हि.स.)। 11 साल बाद रेलवे में ट्रेड यूनियन अपनी मान्यता के लिए जोर आजमाइश करती दिखेंगी। रेलवे बोर्ड ने जुलाई-अगस्त 2024 में सीक्रेट बैलेट पेपर चुनाव कराने के लिए आदेश जारी कर दिए हैं। जोन में नॉर्दर्न रेलवे मेंस यूनियन व उत्तरीय रेलवे मजदूर यूनियन अपनी तैयारियों में जुट गई हैं।
मुरादाबाद मंडल में 18 हजार से ज्यादा कर्मचारी मतदान कर सकेंगे। इसमें ट्रैक, फाटक पर काम करने दकबे गेटमैन, गैंगमैन, ट्रैकमैन से लेकर कार्यालयों में तैनात स्टाफ भी शामिल हैं। यूनियन को मान्यता प्राप्त करने के लिए 35 प्रतिशत वोट पाना अनिवार्य हैं। इससे कम पर यूनियन को मान्यता नहीं दी जाएगी। कर्मचारियों के मुद्दों के लिए रेलवे प्रशासन के साथ पीएनएम करने से लेकर अन्य सुविधाएं व शक्तियां नहीं मिलेंगी। संगठनों के जानकारों का कहना है कि 2013 के चुनाव में नरमू व उरमू को लगभग बराबर वोट मिले थे। मुरादाबाद मंडल मुख्यालय में उरमू 145 वोट से आगे रही थी। इसके अलावा अन्य स्थानों पर नरमू का दबदबा था। नियमानुसार हर पांच या छह साल बाद चुनाव होने चाहिए लेकिन पिछले दशक में नहीं हो सके। अब चुनाव की घोषणा होने के बाद दोनों ट्रेड यूनियन कर्मचारियों से संपर्क साधने में जुट गई हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/निमित जायसवाल/सियाराम
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