PM मोदी की दो दिवसीय काशी यात्रा सकुशल संपन्न, नई दिल्ली के लिये हुए रवाना
वाराणसी। सोमवार को श्री काशी विश्वनाथ धाम लोकार्पण और मंगलवार को उमरहां स्थित स्वर्वेद महामंदिर स्थित सद्गुरू सदाफल देव विहंगम योग संस्थान के 98वें वार्षिकोत्सव में शामिल होने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शाम पांच बजे के करीब नई दिल्ली रवाना हो गये हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी दो दिसवीय काशी यात्रा को सकुशल संपन्न करने के बाद बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अन्तरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से विशेष विमान के जरिये नई दिल्ली लौट गये हैं।
सोमवार सुबह पहुंचे थे बनारस, बदल दिया प्रोटोकॉल
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार सुबह 11 बजे के करीब अपने निर्धारित समय पर वाराणसी एयरपोर्ट पहुंच गये। पहले से निर्धारित प्रोटोकॉल को बदलते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सेना के हेलीकॉप्टर की जगह सड़क मार्ग से सीधे बाबा काल भैरव के मंदिर पहुंचे। यहां दर्शन-पूजन के बाद पीएम और सीएम सड़क मार्ग से ही मछोदरी होते हुए खिड़किया घाट पहुंचे, जहां से दोनों नेता अलकनंदा क्रूज पर सवार होकर गंगा के रास्ते ललिता घाट पहुंचे।


गंगा स्नान के बाद किया बाबा का राजोपचार विधि से पूजन
प्रधानमंत्री यहां मां गंगा में विधिवत स्नान करने के बाद श्री काशी विश्वनाथ धाम होते हुए मुख्य मंदिर परिसर पहुंचे। इस दौरान मार्ग में डमरुओं के नाद से प्रधानमंत्री का स्वागत किया गया। मुख्य ज्योतिर्लिंग मंदिर पहुंचने के बाद पीएम ने राजोपचार विधि से भगवान शिव का पूजन अर्चन किया। इसके बाद प्रधानमंत्री मंदिर चौक क्षेत्र में पहुंचे। यहां उन्होंने श्री काशी विश्नाथ धाम निर्माण करने वाले श्रमसेवकों पर पुष्प अर्पित किया और उनके साथ बैठकर तस्वीरें खिंचवाई।



तत्पश्चात प्रधानमंत्री ने श्री काशी विश्वनाथ धाम का धाम का लोकार्पण किया।

श्रमसेवकों के साथ किया भोजन
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर देशभर से आये साधु-संतों और विशिष्ट अतिथियों को संबोधित किया। इसके उपरांत प्रधानमंत्री ने श्री काशी विश्वनाथ धाम का अवलोकन किया और यहां स्थापित की गयी माता अहिल्याबाई होल्कर, आदि शंकराचार्य और भारत माता की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया। प्रधानमंत्री इसके बाद दोबारा ललिता घाट पहुंचे यहां उन्होंने श्रमसेवकों के साथ दोपहर का भोजन किया।

शाम को देखने निकले शिव दीपावली
ललिता घाट से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अलकनंदा क्रूज के जरिये रविदास घाट पहुंचे, जहां उतरकर सड़क मार्ग से लंका और सुंदरपुर होते हुए पीएम सीधे बीएलडब्ल्यू स्थित ऑफिसर्स गेस्ट हाउस पहुंचे। यहां अल्प विश्राम के बाद शाम होते होते प्रधानमंत्री एक बार फिर रविदास घाट पहुंचे। यहां से विवेकानंद क्रूज पर सवार होकर प्रधानमंत्री गंगा के रास्ते विभिन्न घाटों पर शिव दीपावली का अवलोकर करते हुए दशाश्वमेध घाट पहुंचे। प्रधानमंत्री यहां क्रूज से ही गंगा आरती में शामिल हुए। इसके बाद दोबारा प्रधानमंत्री रविदास घाट पहुंचे। यहां देर रात तक अलकनंदा क्रूज में प्रधानमंत्री ने देश के 12 राज्यों के मुख्यमंत्रियों संग बैठक की।

देर रात फिर किया बनारस का दौरा
प्रधानमंत्री देर रात एक बार फिर गोदौलिया पहुंच गये। मुख्य चौराहे से दशाश्वमेध स्थित बृहस्पति भगवान के मंदिर तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पैदल ही लोगों के बीच निकल पड़े। इसके बाद प्रधानमंत्री देर रात फिर श्री काशी विश्वनाथ धाम पहुंचे। यहां देर तक मंदिर परिसर में भ्रमण के बाद प्रधानमंत्री लहरतारा के रास्ते मंडुआडीह स्थित बनारस रेलवे स्टेशन पहुंचे। रात करीब सवा 1 बजे प्रधानमंत्री ने बनारस रेलवे स्टेशन का मुआयना किया और यहां मौजूद यात्रियों से बातचीत भी की। देर रात प्रधानमंत्री वापस बीएलडब्ल्यू स्थित रेस्ट हाउस लौट गये।




मुख्यमंत्रियों संग सम्मेलन, बीजेपी नेताओं को दिया जीत का मंत्र
वहीं मंगलवार सुबह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशभर से आये 12 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ दोबार बैठक की। इसके बाद भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ प्रधानमंत्री ने आगामी चुनाव को लेकर मंथन किया और कई दिशानिर्देश दिये।


पहुंचे स्वर्वेद महामंदिर, जनसमूह को किया संबोधित
प्रधानमंत्री दोपहर तकरीबन दो बजे बीएलडब्लयू से सेना के हेलीकॉप्टर के जरिये चौबेपुर थानान्तर्गत उमरहां स्थित स्वर्वेद महामंदिर पहुंचे। यहां विशाल मंदिर परिसर में कुछ देर बिताने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वर्वेद महामंदिर स्थित सद्गुरू सदाफल देव विहंगम योग संस्थान के 98वें वार्षिकोत्सव में शामिल हुए। प्रधानमंत्री यहां मौजूद स्वर्वेद महामंदिर के अनुयायियों के विशाल जनसमूह को संबोधित किया। शाम चार बजे के बाद प्रधानमंत्री उमरहां से सेना के हेलीकॉप्टर के जरिये वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट के लिये रवाना हो गये। जहां से शाम पांच बजे प्रधानमंत्री वापस नई दिल्ली के लिये लौट गये।




