IAS ईशा दुहन बनीं वाराणसी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष
वाराणसी। गुरुवार की रात आईएएस ऑफिसरों का तबदला शासन स्तर पर किया गया। इसी क्रम में वाराणसी विकास प्राधिकरण के वाइस चेयरमैन आईएएस ऑफिसर राहुल पांडेय का तबादला करते हुए 2014 बैच की आईएएस ऑफिसर ईशा दुहन को वीडीए वीसी की ज़िम्मेदारी दी है।
ईशा दुहन ने आईएएस 2014 बैच में ऑल इंडिया में 59 रैंक हासिल की थी। मूल रूप से हरियाणा के पंचकूला की निवासी हैं। बॉयो टेक्नॉलॉजी में ग्रेजुएट IAS ईशा दुहन अपने पापा ईश्वर सिंह दुहन से काफी प्रभावित हैं। ईश्वर सिंह दुहन आईटीबीपी में डीआईजी पद पर तैनात थे।
ईशा दुहन वाराणसी के राजातलाब तहसील की एसडीएम रह चुकी हैं। इस दौरान उन्होंने खनन माफियाओं पर प्रभावी कार्रवाई की थी। रोहनिया में साल 2017 में बिना फ़ोर्स के ही खनन माफियाओं पर छापेमारी की थी और ग्रामीणों की मदद से उन्हें पकड़वाया भी था। इसके अलावा राजातलाब तहसील में एसडीएम पद के दौरान एक व्यक्ति द्वारा पान खाकर उनके कक्ष में घुसना उसे भारी पड़ गया था। आईएएस ईशा दुहन ने उसे फटकारते हुए उसपर 500 रुपये का जुर्माना भी लगाया था।

आईएएस ईशा दुहन का 17 अप्रैल 2018 को बनारस से तबदला हुआ था। उन्हें बुलंदशहर का सीडीओ बनाया गया था। बनारस के आम शहरी भले ही ईशा दुहन पूरी तरह वाकिफ ना हों लेकिन राजातलाब इलाके में लोग इन्हें लेडी सिंघम के नाम से ही जानते है। सिर्फ एक लाठी लेकर, बिना किसी पुलिस फोर्स के अकेले खनन माफियाओं से लोहा लेने वाली ईशा दुहन ना सिर्फ एक तेज-तर्रार आईएएस अफसर हैं, बल्कि वाराणसी जिला प्रशासन की ये युवा सदस्य भविष्य की काशी के निर्माण संबंधी योजनाओं में अहम भूमिका निभा चुकी हैं।
इसके अलावा काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में हुए छात्राओं के साथ छेड़खानी के प्रकरण के बाद धरनारत छात्राओं में ईशा दुहन ने काफी अच्छी पकड़ बना ली थी।

