वीडि‍यो कॉन्‍फ्रेंसिंग के जरि‍ये CM योगी ने कि‍या वाराणसी की 11 सड़कों का लोकार्पण, 2 का शि‍लान्‍यास

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वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को जिला पंचायतों के अंतर्गत हॉट मिक्स पद्धति से 195.07 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाले 537.82 किलोमीटर लंबे 509 ग्रामीण मार्गों का लोकार्पण एवं 33.75 करोड़ की लागत से 48.62 किलोमीटर लंबे 14 ग्रामीण मार्गों का एफडीआर तकनीकी से निर्माण के लिए शिलान्यास के साथ ही प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत 4130.27 करोड़ की लागत से 6208.45 किलोमीटर लंबे 886 ग्रामीण मार्गों के निर्माण कार्य का शुभारंभ व 155 करोड़ की लागत से 1930 किलोमीटर लंबे 692 ग्रामीण मार्गों के नवीनीकरण कार्य का लोकार्पण वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से किया। 

इसमें 305.84 लाख की लागत से 11 सड़कों का लोकार्पण एवं दो सड़कों का शिलान्यास किया। वाराणसी जनपद के जोगियापुर-बीरापुर-जोगापुर मार्ग, सिरिहिरा मार्ग, गौरा, बाईपास रमसीपुर-नवापुरा बाया पंडितपुर मिसिरपुर, अकेलावा- सरायमोहन-अदलपुरा, अकेलावा-सरायमोहन-अदलपुरा-गंजारी, मंगारी- सिंधोरा मार्ग, तेवर-पलहीपट्टी मार्ग, आयर मार्ग व जिला पंचायत वाराणसी द्वारा हॉट मिक्स पद्धति से निर्मित ग्राम सभा बाराडीहा, भाऊपुर, हरिभानपुर मुख्य मार्ग से ग्राम बाजार कालिका एवं ग्राम बाराडीह की ओर पिच रोड निर्माण व ग्राम सभा रघुनाथपुर, प्राथमिक पाठशाला से पिच रोड तक लेपन निर्माण कार्य सहित 11 कार्यों का लोकार्पण तथा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत 68.92 लाख की लागत से विधानसभा क्षेत्र पिड्रा के 3 किलोमीटर लंबे पिंडरा- बेलवा-निन्दनपुर मार्ग एवं लगभग 6 किलोमीटर लंबे वाराणसी-आजमगढ़ रोड पर मोहम्मदपुर-रामपुर मार्ग का शिलान्यास हुआ।

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सड़कों की गुणवत्ता को इंगित करते हुए कहा कि लकीर के फकीर की भूमिका को दरकिनार करते हुए प्रदेश सरकार ने सड़कों के निर्माण कार्य में एफडीआर पद्धति को अपनाया है। जिससे सड़क एक लंबी अवधि तक बेहतर गुणवत्ता के साथ बनी रहेगी। सड़क आवागमन के साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने का मानक है। आवागमन मार्ग सुदृढ़ नहीं होगा, तो ग्रामीण अर्थव्यवस्था सुदृढ़ नहीं हो सकती। लेपन व्यवस्था से सड़क टिकाऊ नहीं होती, लेकिन हॉट मिक्स प्लांट से सड़कें टिकाऊ भी होंगे और उनके गुणवत्ता पर सवाल भी नहीं उठेंगे। 

उन्होंने जिला पंचायत अध्यक्षों, जिलाधिकारियों, मुख्य विकास अधिकारियों एवं जिला जिला पंचायत के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रदेश में 14000 किलोमीटर लंबाई की सड़कें एवं 10000 किलोमीटर की खड़ंजा मार्गों की देखरेख जिला पंचायतें करती हैं। इनको बेहतर तरीके से सुदृढ़ रखने की जिम्मेदारी जिला पंचायतें निर्वहन करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रदेश एवं देश में विकास के लिए धनराशि की कोई कमी नहीं है। अपितु धनराशि का प्रयोग सही ढंग से हो और सही जगह गुणवत्ता के साथ प्रयुक्त हो  जिसका लाभ आम जनमानस को सुचारू रूप से मिले। 

उन्होंने जिला पंचायतों में कांट्रैक्टरो के भुगतान नियमित तरीके से न करते हुए लंबी अवधि तक लंबित रखने कि कतिपय शिकायतों का जिक्र करते हुए जीरो टॉलरेंस पर जोर दिया और कहां कि भ्रष्टाचार के मामले में अयोध्या, कौशांबी एवं गाजीपुर के जिला पंचायत के कतिपय अधिकारियों के विरुद्ध शासन स्तर से कठोर कार्यवाही की गई है। उन्होंने निर्माण कार्यों की गुणवत्ता व समयबद्धता पर विशेष जोर देते हुए भुगतान की कार्यवाही नियमित रूप से सुनिश्चित किए जाने का निर्देश दिया। उन्होंने जिला पंचायत अध्यक्षों से निर्माण कार्यों की स्थलीय निरीक्षण करने को कहा। 

उन्होंने जिला पंचायत, न्याय पंचायत एवं ग्राम पंचायत के सार्वजनिक संपत्ति पर किसी भी प्रकार के अवैध कब्जा न होने देने पर विशेष जोर देते हुए जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारियों को इन संपत्तियों एवं भूखंडों का व्यवसायिक उपयोग हेतु प्लान किए जाने का निर्देश दिया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के चतुर्मुखी विकास में सड़कों की सबसे अहम भूमिका बताते हुए कहा कि इसी के दृष्टिगत प्रदेश में शहरी/ग्रामीण सड़कों का विकास युद्ध स्तर पर किया गया है। जो अभियान के रूप में गतिमान भी है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृण करने के लिए प्रत्येक 500 की आबादी के ग्राम सभा एवं पूर्वो को तथा नक्सल प्रभावित क्षेत्र के 250 की आबादी के ग्राम सभा एवं पूर्वो में सड़क निर्माण कराकर उसे मुख्य मार्ग से जोड़ा गया है। 

गांवो के विकास को रफ्तार व खुशहाली और रोजगार के लिए सड़क आवश्यक है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत सड़क निर्माण कार्य में एफडीआर की नई तकनीकी का समावेश किया गया है। जौनपुर एवं आजमगढ़ में इसे पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू किया गया है। इससे सड़क की गुणवत्ता लंबे समय तक बनी रहेगी।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश मातृभूमि योजना अंतगर्त ग्राम सभाओं के सार्वजनिक भूखंडों पर गांव में ओपन जिम, खेल का मैदान व स्टेडियम बनाने आदि कार्यों में दानदाताओं के सहभागिता से सुनिश्चित कराए जाने पर जोर दिया। उन्होंने गांव को स्मार्ट विलेज के रूप में विकसित करने, सीसीटीवी कैमरों से जोड़ने, पूरे गांव की एसटीपी बनाने, यात्री शेड व बस स्टैंड बनाने, पशुओं की नस्ल सुधार केंद्र बनाने, गांव की विशेष उत्पाद को समृद्ध बनाने के साथ ही रोजगार परक योजनाओं आदि से ग्राम एवं न्याय पंचायतों को विकास के पथ पर अग्रसर करने पर विशेष जोर दिया।

इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या ने जिला पंचायत वाराणसी द्वारा हाट मिक्स पद्धति से निर्मित ग्राम सभा बाराडीहा, भाऊपुर, हरिभानपुर मुख्य मार्ग से ग्राम बाजार कालिका एवं ग्राम बाराडीह की ओर पिच रोड निर्माण व ग्राम सभा रघुनाथपुर, प्राथमिक पाठशाला से पिच रोड तक लेपन निर्माण कार्य लोकार्पण किया।

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