ग्रीष्मकालीन राजधानी में तीन दिवसीय मानसून सत्र 21 अगस्त से, विपक्ष ने सकारात्मक सहयोग का दिया भरोसा
-विपक्ष अधिक से अधिक जनहित से जुड़े प्रश्न पूछे, सरकार भी दे संतोषजनक उत्तर : विधानसभा अध्यक्ष
-सत्र हंगामेदार रहने के आसार
भराड़ीसैंण,(गैरसैंण), 20 अगस्त (हि.स.)। उत्तराखंड विधानसभा की पंचम विधानसभा का तीन दिवसीय मानसून सत्र 21 अगस्त (बुधवार) से ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण स्थित भराड़ीसैंण में शुरू होने जा रहा है। सदन को सुचारू रूप से चलाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष ने सर्वदलीय बैठक बुलाई। विपक्ष ने सकारात्मक रूप से सदन चलाने में सहयोग का भरोसा दिया है। सत्र को लेकर सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था की गई है।
मंगलवार शाम भराड़ीसैंण में विधानसभा अध्यक्ष, ऋतु खण्डूडी भूषण की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक संपन्न हुई। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जनहित और विकास से जुड़े सभी मुद्दों को सदन में रखने का सभी सदस्यों को अवसर दिये जाएंगे। अध्यक्ष विधानसभा ने कहा कि सभी सदस्य अधिक से अधिक प्रश्न सदन में पूछें और उन्होंने सरकार से भी अपेक्षा है कि सभी प्रश्नों का संतोषजनक उत्तर सदन में दे।
संसदीय कार्यमन्त्री प्रेम चन्द अग्रवाल ने दलीय बैठक में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और अन्य सदस्यों से सत्र को सुव्यवस्थित और सौहार्दपूर्ण वातावरण में संचालित करने का अनुरोध किया। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने सदन को सुचारू रूप से संचालन में सकारात्मक सहयोग का भरोसा दिया है। बैठक में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, संसदीय कार्य मंत्री प्रेम चन्द अग्रवाल, नेता बसपा शहजाद, सचिव विधायी धनजय चतुर्वेदी, अपर सचिव विधायी अरविन्द कुमार, प्रभारी सचिव हेम चन्द पन्त एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। वहीं, सत्र के दौरान विपक्ष भी जनहित से जुड़े मुद्दों और कानून व्यवस्था को लेकर सदन में आक्रामक रूख अख्तियार कर सकता है। राज्य की मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस चारधाम सहित अन्य ज्वलंत विषयों पर सरकार की घेरने की रणनीति बनाई है। माना जा रहा है केदारघाटी आपदा, चारधाम व्यवस्था सहित अन्य विषयों को लेकर सदन में उठा सकता है।
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हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार / प्रभात मिश्रा
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