आपदा प्रभावित मूल निवासियों ने बनाया संगठन, 10 मार्च को होगा विशाल प्रदर्शन

आपदा प्रभावित मूल निवासियों ने बनाया संगठन, 10 मार्च को होगा विशाल प्रदर्शन
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आपदा प्रभावित मूल निवासियों ने बनाया संगठन, 10 मार्च को होगा विशाल प्रदर्शन


आपदा प्रभावित मूल निवासियों ने बनाया संगठन, 10 मार्च को होगा विशाल प्रदर्शन


-से.नि. धर्माधिकारी भुवन चन्द्र उनियाल को अध्यक्ष की जिम्मेदारी

जोशीमठ, 04 मार्च (हि.स.)। जोशीमठ भू धंसाव आपदा प्रभावित मूल/पुश्तेनी निवासियों ने जल, जंगल, जमीन,गौचर, पनघट, देवालय व मठ मंदिरों को बचाने के लिए मूल निवासी स्वाभिमान संगठन का गठन करते हुए श्री बद्रीनाथ धाम के पूर्व धर्माधिकारी आचार्य भुवन चन्द्र को संगठन का अध्यक्ष चुना गया।

इस गैर राजनैतिक संगठन में सचिव का दायित्व रविग्राम वार्ड के पूर्व सभासद समीर डिमरी व कोषाध्यक्ष का दायित्व देवपुजाई समिति जोशीमठ के उपाध्यक्ष राजेश भट्ट को सर्वसम्मति से नामित किया गया। इसके साथ ही अन्य पदाधिकारियों व कार्यकारिणी की विधिवत घोषणा की गई।

कार्यकारिणी में प्रधान संरक्षक पूर्व पालिका अध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती को बनाया गया जबकि संरक्षक मंडल में भोला सिंह नामड़, भगवती प्रसाद कपरुवाण, से.नि. सूबेदार बुद्धि लाल,नन्दा सिंह भुजवाण, भगवती प्रसाद नंबूरी व नारायण सिंह मर्तोलिया नामित हुए। कार्यकारिणी पदाधिकारी में उपाध्यक्ष पद पर प्रकाश नेगी,अनिल नंबूरी, लक्ष्मी लाल, लक्ष्मण फरकिया व दिनेश उनियाल, सह सचिव- रविन्द्र साह, विधि सलाहकार एडवोकेट पूरण विलिंगवाल एवं एडवोकेट एलएन डिमरी होंगे।

संगठन के प्रवक्ता रोहित परमार,अमित सती व अंशुल भुजवाण होंगे जबकि सोशल मीडिया संयोजक रमेश डिमरीश्री राम,मीडिया प्रभारी का दायित्व प्रवेश डिमरी को दिया गया। प्रचार सचिव-गौरव नंबूरी व जयप्रकाश भट्ट, सोशल मीडिया टीम में महेन्द्र नंबूरी,वैभव सकलानी, शुभम रावत, संतोष सती, सूरज कपरुवाण,व हरीश सती को मनोनीत किया गया।

कार्यकारिणी सदस्यों मे महेन्द्र दयाल, पुष्पा देवी, प्रदीप भट्ट, बसंती देवी, विजय डिमरी, धीरेन्द्र परमार, प्रदीप भट्ट, संजय कपरुवाण, देवेन्द्र परमार, करन सिंह रावत, जगदीश लाल, व सरपंच वन पंचायत हर्षबर्धन भट्ट बनाये गए। इनके अलावा नगर क्षेत्र के सभी वार्डों की मूल निवासी महिला मंगल दल अध्यक्ष संगठन की पदेन सदस्य होंगें।

मूल निवासी संगठन की बैठक में सभी नौ वार्डों से चयनित वार्ड प्रतिनिधि, महिला मंगल दल अध्यक्षाएं व संयोजक मंडल के सदस्य मौजूद रहे जिन्होंने संगठन के गठन की प्रक्रिया में भाग लिया। इसमें विचारोपरांत निर्णय लिया गया कि आगामी दस मार्च रविवार को मूल निवासी पुनः एक विशाल जुलूस निकालकर एसडीएम के माध्यम से स्मरण ज्ञापन देंगे और उसी दिन आगे की रणनीति पर भी निर्णय लिया जाएगा।

मूल निवासियों ने जोशीमठ आपदा के बाद से जोशीमठ के विस्थापन तक स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए अपनी पीड़ा को साझा किया, कहा कि मूल/पुश्तैनी निवासियों की न केवल प्रभावित क्षेत्र में भूमि व मकान हैं बल्कि मारवाड़ी से लेकर सुनील-गौंख-औली तथा होसी-रविग्राम से लेकर मनोटी- औचा-रौगढ़-औली तक निजी भूमि है, जो सुरक्षित स्थानों पर भी है। इन सारी भूमि व पशुधन को छोड़कर कहीं भी नहीं जाएंगे। इसलिए मूल/पुश्तैनी निवासी जो प्रभावित क्षेत्र में है, उन्हें उनकी सुरक्षित भूमि पर विस्थापित किया जाये और जिन मूल निवासियों के पास प्रभावित भूमि के अलावा अन्य भूमि नहीं उन्हें आसपास ही राजस्व भूमि में ही विस्थापित किया जाये।

नव निर्वाचित सचिव समीर डिमरी के संचालन में हुई इस बैठक को संबोधित करते हुए मूल निवासी स्वाभिमान संगठन के अध्यक्ष आचार्य भुवन चंद्र उनियाल ने कहा कि जोशीमठ नगर के मूल निवासियों की मांग अन्य लोगों से भिन्न है। मूल निवासियों का जो कुछ भी है जोशीमठ में ही है जबकि जोशीमठ में निवासरत अन्य लोगों के अपने मूल गांवों में भी ठौर ठिकाना है।

उनियाल ने कहा कि सरकार किसे क्या सहायता व मुआवजा देती है इस पर हमें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन मूल निवासियों की स्थिति को समझना होगा और उन्हें ट्रीटमेंट तक जोशीमठ में ही उनकी निजी भूमि पर विस्थापन करना होगा। उन्होंने दस मार्च को होने वाले विशाल प्रदर्शन में बढ़ चढ़ कर भाग लेने की अपील की ताकि मूल निवासियों की वास्तविक व जायज मांगो को पूरा करने को सरकार को विवश होना पड़े।

बैठक को बसन्ती देवी सती, पुष्पा देवी, हरीश डिमरी, शुभम रावत, प्रवेश डिमरी, प्रकाश नेगी, दिनेश उनियाल,महेन्द्र दयाल व गौरव नंबूरी सहित अन्य मूल निवासियों ने संबोधित किया।

हिन्दुस्थान समाचार/प्रकाश कपरूवाण /रामानुज

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