विशेष आवश्यकता वाले बच्चे भी सामान्य बच्चों के साथ ले सकेंगे समावेशी शिक्षा
-बिड़ला विद्या मंदिर में आयोजित हो रही शिक्षकों के लिये कार्यशाला
नैनीताल, 28 फ़रवरी (हि.स.)। नैनीताल के प्रतिष्ठित विद्यालय बिड़ला विद्या मंदिर में बुधवार को सीबीएसई के तत्वाधान में अध्यापकों की ‘कैपेसिटी बिल्डिंग’ यानी क्षमता संवर्धन करने हेतु कार्यशाला का आयोजन शुरू हो गया है। इस कार्यशाला का विषय ‘इंक्लूसिव एजुकेशन’ यानी समावेशी शिक्षा है। कार्यशाला में अध्यापकों को विशेष आवश्यकताओं वाले विद्यार्थियों को सामान्य छात्रों के साथ समान रूप से प्रतिभाग करने के लिये मानसिक रूप से तैयार करने के लिये प्रशिक्षित किया जा रहा है।
बिड़ला विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य अनिल शर्मा ने बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य विभिन्न विद्यालयों के कार्यशाला में प्रतिभाग करने आये शिक्षकों की क्षमता का विकास करना है, जिससे वह अपने विद्यालयों में अध्ययनरत विशेष आवश्यकताओं वाले विद्यार्थियों को शिक्षण और शिक्षणेत्तर कार्यकलापों में अन्य सामान्य छात्रों के साथ प्रतिभाग करने के लिए मानसिक तौर पर तैयार करें।
कार्यशाला में प्रतिभाग कर रहे नैनीताल और समीपवर्ती स्थानों के विद्यालयों के करीब 50 शिक्षकों को देहरादून से आई हुईं शिक्षाविद गीता शुक्ला एवं गुरु नानक पब्लिक स्कूल रामनगर के प्रधानाचार्य हिमांशु जोशी द्वारा विभिन्न रोचक और शिक्षाप्रद गतिविधियों के माध्यम से इस हेतु तैयार किया जा रहा है कि वह अपने विशेष आवश्यकताओं वाले विद्यार्थियों के हितों के लिए कक्षाओं में उचित वातावरण विकसित कर सकें। फलस्वरूप कक्षा में सभी बच्चों को समावेशी शिक्षा प्रदान की जा सके। कार्यशाला में प्रतिभागियों को प्रशिक्षण दे रहे हैं। कार्यशाला में बिड़ला विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य श्री शर्मा के साथ धीरज भट्ट तकनीकी सहयोग प्रदान कर रहे हैं, जबकि संचालन दीपक पांडे द्वारा किया जा रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार/डॉ.नवीन जोशी/रामानुज
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