महिला स्वास्थ्य कर्मी मांगों पर कार्रवाई न होने से नाराज
-बैठक कर मांगों को लेकर किया मंथन, कार्रवाई की सरकार से की मांग
नई टिहरी, 27 नवंबर (हि.स.)। उत्तराखंड मातृ शिशु एवं परिवार कल्याण महिला कर्मचारी संघ की जनपद कार्यकारिणी की आवश्यक बैठक जिला मुख्यालय पर हुई। इसमें संघ ने विभिन्न मांगों को लेकर चिंतन करते हुए सरकार से उनकी मांगों परमांगों पर कार्रवाई न होने पर नाराजगी भी जाहिर की और त्वरित कार्रवाई की मांग की।
जिला मुख्यालय के बौराड़ी मिलन केंद्र में संघ की बैठक जिलाध्यक्ष सावित्री देवी के नेतृत्व में हुई बैठक में अतिथि के तौर पर उत्तरांखड फेडरेशन आफ मिनिस्ट्रीयल सर्विस एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष राकेश भट्ट ने प्रतिभाग करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार को महिला कर्मचारियों की मांगों पर त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए। इनकी मांगें जायज हैं।
बैठक में जिलाध्यक्ष सावित्री ने कहा कि सरकार उनकी मांगों पर त्वरित कार्रवाई करे। उनकी मांगें हैं कि जिले स्तर पर एरियर की दूसरी किश्त की समस्या का शीघ्र निस्तारण हो। रिक्त पदों के सापेक्ष पदोन्नति की प्रक्रिया शीघ्र हो। डीएचवी के पर शीघ्र कार्रवाई हो। 2005 से पहले नियुक्ति के आधार पर पुरानी पेंशन बहाल की जाये। नये नियुक्त स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का एनपीएस शीघ्र काटा जाय। गोल्डन कार्ड की प्रक्रिया शीघ्र की जाये। टीबीआई की धनराशि के शीघ्र भुगतान के लिए एमओआईसी को निर्देशित किया जाये। कोरोनाकाल में जान जोखिम में काम करने के बाद अब तक जारी नहीं की गई 10 हजार की प्रोत्साहन राशि दी जाये। बैठक का संचालन संघ की जिला सचिव ज्योति बाला ने किया।
इस मौके पर सुचिता, सुनीता रावत, रेनू रतूड़ी, मीना उनियाल, सीता कन्यासी, जयश्री सुंदरियाल, सुनीता गुसांई, सरोजनी गौड़, कांता कुड़ियाल,अनिता पंवार, रेनू चमोली, बबीता आदि मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/प्रदीप डबराल//रामानुज
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