अरे रावण तू धमकी दिखाता किसे, मेरे मन का सुमेरू डिगेगा नहीं...
-देर रात्रि तक जमे रह रहे रामलीला में दर्शक
नैनीताल, 22 अक्टूबर (हि.स.)। सरोवर नगरी नैनीताल में 1860 से हो रही रामलीलाओं के आयोजन की धूम मची हुई है। इसी कड़ी में नगर के सूखाताल में आदर्श रामलीला एवं जनकल्याण समिति सूखाताल के तत्वावधान में मध्य रात्रि तक आयोजित हो रही रामलीला में गोस्वामी तुलसीदास रचित श्रीराम चरित मानस के अंतर्गत सुंदर कांड में आने वाले अशोक वाटिका में सीता को रावण द्वारा डराये जाने, हनुमान के अशोक वाटिका में आने और रावण पुत्र अक्षय कुमार का वध करने के उपरांत लंका दहन की लीला का आयोजन किया गया।
इसमें सीता एवं रावण का संवाद आकर्षण का केंद्र रहा। खासकर सीता का संवाद-अरे रावण तू धमकी दिखाता किसे मुझे मरने का खौफ-खतर ही नहीं नहीं, मुझे मारेगा अपनी खैर मना, तुझे होने की अपनी खबर ही नहीं, मेरे मन का सुमेरू डिगेगा नहीं... तथा व रावण का संवाद-तुझे भरोसा उन लखन राम पर, उनको रण की नींद सुला दूंगा मैं, जो कहा है मैंने वा किया है मैंने, अपना प्रण पूरा करके दिखा दूंगा मैं.. मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा।
विधायक सरिता आर्य, नगर पालिका के पूर्व वरिष्ठ उपाध्यक्ष डीएन भट्ट व हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सैयद नदीम मून भी रामलीला देखने पहुंचे। संस्था के अध्यक्ष गोपाल रावत ने बताया कि केंद्रीय मंत्री व सांसद अजय भट्ट भी रामलीला में पहुंच रहे हैं।
इस दौरान राम की भूमिका में मोहित सिंह, सीता रिद्धिमा, हनुमान मोहित लाल साह, रावण रोहित वर्मा आदि का अभिनय उल्लेखनीय रहा। यहां संगीत में हारमोनियम पर नरेश चमियाल व तबले पर नवीन बेगाना भी उल्लेखनीय भूमिका निभा रहे हैं।
नगर के मल्लीताल में श्रीराम सेवक सभा की रामलीला में पिछले 30 वर्षों से रावण के रूप में अभिनय कर रहे कैलाश जोशी तथा सीता के बीच भी संवाद दर्शनीय रहा। यहां सभी पात्रों के अभिनय के साथ उनकी रूप सज्जा तथा ध्वनि एवं प्रकाश व्यवस्था आयोजन की प्रभावोत्पादकता को बढ़ाने के साथ आयोजन को बड़े स्तर पर ले जा रही है।
हिन्दुस्थान समाचार/डॉ. नवीन जोशी/रामानुज

