श्रमदान कर ग्रामीणों ने पिंडर नदी में बनाया लकड़ी का कच्चा पुल, आवाजाही शुरू
गोपेश्वर, 17 नवम्बर (हि.स.)। चमोली जिले के देवाल विकास खंड के ओडर गांव के ग्रामीणों ने दो दिन श्रमदान कर पिंडर नदी पर लकड़ी का कच्चा पुल बना कर आवाजाही शुरू कर दी है। पिछले 13 साल से यह सिलसिला चला आ रहा है । झूला पुल का टेंडर होने के बाद भी अभी पुल निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। ग्रामीणों में सरकार के खिलाफ रोष आक्रोश बना है।
गुरुवार से ग्रामीण नदी किनारे एकत्रित हुए और लकड़ी के कच्चे पुल निर्माण जुट हुए हैं। शुक्रवार देर शाम तक पुल का निर्माण कर दिया है। क्षेत्र पंचायत सदस्य पान सिंह गडिया, सामाजिक कार्यकर्ता माइकल मेहरा ने कहा है कि वर्ष 2013 की दैविक आपदा में यहां पर बना झूला पुल पिंडर नदी कें तेज बहाव से बह गया था। तब से वर्तमान तक ग्रामीण श्रमदान से नवम्बर माह में नदी का बहाव कम होने पर इस स्थान पर आवाजाही के लिए लकड़ी की बल्लियों को लगा कर नदी में पुल तैयार करते हैं। फिर यह पुल जुलाई में बरसात के दिनों में बह जाता है। लोनिवि ने ट्राली तो लगाई है। जो केवल वर्षात में ही चलती है। वह भी अक्सर खराब ही रहती है। सबसे बड़ी समस्या बरसात में होती है। इस पुल से क्षेत्र के ओडर, बमगन, बुस्तरा, हडाप, थैलीपातल,बजेई, रतमोली, कैरव पांडव स्थल सहित तीन हजार की जनता आवाजाही करती है।
क्या कहते हैं अधिकारी:
ओडर गांव जाने के लिए पिंडर नदी पर झूला पुल के निर्माण के लिए 7 करोड़ 62 लाख का टेंडर वर्ल्ड बैंक से तीन माह पहले हो गया है। अभी ठेकेदार ने काम शुरू नहीं किया है। ठेकेदार को शीघ्र कार्य करने के लिए निर्देश दिए गए हैं।
विरेन्द्र सिंह बसेड़ा, सहायक अभियंता, लोनिवि, थराली।
हिन्दुस्थान समाचार/जगदीश/दधिबल
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