वीणा वादन से छेड़े शास्त्रीय संगीत के स्वर, सजाई महफिल, अध्यात्म की गहराइयों में खोए श्राेता
- प्रसिद्ध भारतीय शास्त्रीय संगीतकार और सात्विक वीणा वादक ने जुगलबंदी से संगीत प्रेमियों का मोहा मन
ऋषिकेश, 24 अगस्त (हि.स.)। एनजीए निर्मल सभागार में जन्माष्टमी के अवसर पर स्पिक मैके (शास्त्रीय संगीत और संस्कृति को बढ़ावा देने वाली सोसायटी) की ओर से आयोजित वीणा वादन समारोह ने दर्शकों का मन माेह लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ महंत बाबा राम सिंह महाराज और संत जोध सिंह महाराज की उपस्थिति में दीप प्रज्जवलन व मंत्रोच्चारण के साथ हुआ।
प्रसिद्ध भारतीय शास्त्रीय संगीतकार और सात्विक वीणा वादक पं. सलिल भट्ट ने अपनी मनमोहक प्रस्तुति दी। उन्होंने 'राग परमेश्वरी' का अद्भुत वादन किया, जिसे सुनकर श्रोता अध्यात्म की गहराइयों में खो गए। पं. सलिल भट्ट ने वीणा वादन से शास्त्रीय संगीत के स्वर छेड़ महफिल सजाई और जुगलबंदी से संगीत प्रेमियों का मन मोह लिया। हिमांशु एवं संतोष कुमार ने तबला पर संगत किया।
विद्यालय की संगीत अध्यापिका दीपमाला कोठियाल ने बताया कि पं. सलिल भट्ट, मोहन वीणा के जनक पं. विश्वमोहन भट्ट के पुत्र हैं और उन्होंने अपने पिता की संगीत धरोहर को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। भारतीय शास्त्रीय संगीत को आधुनिक तत्वों के साथ समृद्ध बनाने में पं. सलिल का याेगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। कार्यक्रम के अंत में छात्रों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का पं. सलिल भट्ट ने संतोषजनक ढंग से उत्तर दिया। इसके पश्चात संत बाबा जोध सिंह महाराज ने पं. सलिल भट्ट और अन्य अतिथियों को शिरोपा एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर उन्हें सम्मानित किया। इस दाैरान प्रधानाचार्या डॉ. सुनीता शर्मा, हेडमिस्ट्रेस अमृत पाल डंग समेत छात्र-छात्राएं आदि उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार / विक्रम सिंह / कमलेश्वर शरण
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