वन पंचायत सरपंचों का प्रदर्शन, सरकार से मांगा वित्तीय सहायता
- वन पंचायत परामर्शदात्री समिति ने आगामी विधानसभा सत्र के दौरान प्रदर्शन की दी चेतावनी
- ये है उनकी मांग, वित्तीय सहायता दे, ठेकेदारी प्रथा समाप्त हाे और ठाेस आधुनिक वन कानून बनाए सरकार
गोपेश्वर, 16 अगस्त (हि.स.)। वन पंचायत परामर्शदात्री समिति चमोली ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर विभिन्न मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन किया। साथ ही जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज अपनी मांगों के समाधान की मांग की।
परामशदात्री समिति के जिलाध्यक्ष कैलाश चंद्र खंडूरी का कहना है कि समिति के सदस्य हर वर्ष बिना किसी संसाधन के वन विभाग व ग्रामीणों के साथ वनाग्नि से जंगलों को बचाने में लगे रहते हैं। समिति की ओर से वनाग्नि की रोकथाम के लिए संसाधन उपलब्ध कराने की मांग की जाती रही है। उनकी मांग है कि उन्हें हर वर्ष वनों को बचाने के लिए वित्तीय सहायता दी जाए। वन पंचायतों में ठेकेदारी प्रथा समाप्त किया जाए, ठोस आधुनिक वन कानून बनाया जाए। उन्होंने कहा कि यदि उनकी मांगाें पर शीघ्र विचार नहीं किया गया ताे वन पंचायत सरपंचों को आगामी विधानसभा सत्र के दौरान प्रदर्शन के लिए विवश होना पड़ेगा। धरना प्रदर्शन में कैलाश चंद्र खंडूरी, हरीश नेगी, महिपाल सिंह, वीर सिंह, केवल सिंह, विमला देवी, उषा देवी आदि शामिल थे।
हिन्दुस्थान समाचार / जगदीश पोखरियाल / कमलेश्वर शरण
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