जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण ने अपने गीतों से बांधा समां
-आहा ! सरुली मेरु जिया लगी गे तेरी रौत्याली मुखड़ी... गढ़वाली गीतों में थिरके।
उत्तरकाशी, 23 जनवरी (हि.स.)। माघ मेला (बाडहाट कू थौलू) के नवीं रात्रि सांस्कृतिक संध्या में जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण ने अपने गानों से समां बांधा। पद्मश्री जागर सम्राट डा.प्रीतम भारतवाण को सुनने काफी संख्या में लोग रामलीला मैदान के मेला पंडाल में पहुंचे थे। इस दौरान लोक संस्कृति पर आधारित उनके गाए गए शानदार जागरों एवं गीतों पर उपस्थित जनसमूह जमकर झूमा। कार्यक्रम का उद्घाटन भाजपा नेत्री स्वराज विद्वान, जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण ने किया। इस दौरान माघ मेला मंच पर पद्मश्री गीत सम्राट प्रीतम भरतवाण सम्मानित किया।
रामलीला मैदान माघ मेला में आयोजित सांस्कृतिक संध्या में जागर सम्राट भरतवाण ने खोली का गणेश, आहा ! सरुली मेरु जिया लगी गे तेरी रौत्याली मुखड़ी, शिवजी कैलाशु रैन्दा,तुमारी खुद मां अब नी रैयेदू, मोरी रख्यां खोली, बिंदुली, सुंदरा छोरी, , रूणझुण बरखा लगी ,राम गंगा नयोला देवतों सहित कई गीतों की शानदार प्रस्तुति देकर पंडाल में बैठे लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस दौरान उनके साथ आए कलाकारों सीमा पंगवाल,नील शाह, श्वेता जोशी आशीष, निकिता नेगी, संगीता, करण सिंह आदि ने सुंदर नृत्य की प्रस्तुति दी। सांस्कृतिक संध्या में कलाकारों ने कई शानदार नृत्यों की प्रस्तुति भी दी।
इस मौके पर जिला पंचायत सदस्य शशि कुमाई, रवीन्द्री, मधु भटवान, दिनेश भटवान, मनीष राणा आदि मौजूद थे। मंच का संचालन अमित गोदयाल ने किया। कार्यक्रम देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे।
हिन्दुस्थान समाचार/चिरंजीव सेमवाल
/रामानुज
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