पर्यटकों को खूब भा रहा है दयारा बुग्याल, सर्दियों में स्कीइंग और बर्फ का दीदार करने को बड़ी संख्या में पहुंचते हैं सैलानी
-पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य ने पर्यटन से ढूंढा रोजगार, दर्जनों लोगों को घर बैठे मिल रहा रोजगार
उत्तरकाशी, 26 दिसम्बर (हि.स.)। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में बर्फ की चादर ओढ़े दयारा बुग्याल (मखमली घास का मैदान) जन्नत से कम नहीं है। सर्दियों में यहां पर्यटक बड़ी संख्या में स्कीइंग और बर्फ का दीदार करने पहुंचते हैं। इससे आसपास के लोगों को रोजगार मिल रहा है।
दयारा बुग्याल 30 वर्ग किमी में फैला हुआ है। इसमें सदियों में बर्फ की चादर बिछी हुई रहती है। बर्फ की चादर ओढ़े उत्तरकाशी जिले का दयारा बुग्याल स्कीइंग व साहसिक पर्यटन के लिए जाना जाता है।
उत्तरकाशी जनपद में स्थित विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल दयारा बुग्याल के बेस कैंप रैथल गांव से सटे नटीन गांव में पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य निवासी राजकेन्द्र थनवाण ने पर्यटन को देखते हुए वर्ष 2018 में नटीन गांव में एक होटल का निर्माण किया था। उस समय वहां से बहुत कम ही पर्यटन दयारा बुग्याल का जाते थे, लेकिन उनका कहना है कि तब मुझे लगता था कि जो मैंने सरकार की योजनाओं के माध्यम से लोन लेकर होटल बनाया है क्या समय से उसकी किस्से अदा कर पाऊंगा?
उन्होंने रात- दिन मेहनत करते हुए सोशल मीडिया व इंटरनेट एवं अन्य माध्यमों से दयारा बुग्याल सहित होटल का प्रचार- प्रसार किया और आज नटीन गांव से इतने सैलानी पहुंच है न अब मैं पुनः एक ओर होटल का निर्माण शुरू किया है और आज मुझे घर बैठे रोजगार मिला हुआ है। साथ ही क्षेत्र के लोगों को भी गाड़ियों,खचरों, पोटरों एवं अन्य माध्यम से रोजगार दे रहा हूं। इसको देखकर मुझे खुशी महसूस होती है।
उन्होंने बताया कि मैंने क्षेत्र पंचायत सदस्य बनने के बाद यह निर्णय लिया की इस क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं इससे क्षेत्र के असंख्य लोगों को रोजगार मिलेगा । हमारे पास इतनी संभावनाएं होने के बावजूद भी हम रोजगार के लिए भटक रहें हैं। तब मैंने यह निर्णय लिया में पर्यटन पर काम करुंगा और आज मुझे इसका फायदा मिल रहा है।
उन्होंने बताया कि सर्दी में यहां इतने पर्यटक आते हैं कि मुझे अपने होटलों के अलावा अन्य जगह पर्यटकों की व्यवस्था करनी पड़ती है और लगभग हर सीजन में यहां पर्यटक ट्रैकिंग आते रहते हैं। अब में कुछ कम्पनियों के साथ मिलकर काम कर रहा हूं, जिससे ट्रैकिंग को लेकर अच्छे खासे पर्यटक दयारा बुग्याल में आ रहे हैं।
30 वर्ग किमी में फैला यह बुग्याल अप्रैल माह में भी बर्फ की चादर ओढ़े रहता है और पर्यटकों को खूब भाता है। इससे बुग्याल की हल्की ढलानों पर बर्फ में दूर तक सैर और स्कीइंग करने के लिए काफी अच्छी स्थितियां हैं। यहां पहुंचने के बाद पर्यटकों को जन्नत का अहसास होता है और पर्यटक सुंदर वादियों का दीदार करते हैं।
दयारा बुग्याल कैसे पहुंचें?
दयारा बुग्याल ट्रैक के दो शुरुआती बेस कैंप हैं। ऋषिकेश से उत्तरकाशी हुए भटवाड़ी लगभग 200 दूर है जबकि देहरादून से 190 किमी दोनों मार्गों से बस स्थानीय वाहनों से पहुंचा जा सकता है। भटवाडी़ से यह बासू से 10 किमी और रैथल गांव से 11 किमी दूर स्थित है। लगभग रैथल गांव और बार्क्स गांव दोनों भटवाड़ी से 12 किलोमीटर दूर स्थित हैं और ट्रैक के बेसिक कैंप है। इसमें सबसे अच्छा ट्रैकिंग विकल्प है कि एक मार्ग से शुरू करना चाहिए और दूसरे मार्ग से नीचे ट्रैक करना चाहिए है।
हिन्दुस्थान समाचार/ चिरंजीव सेमवाल/रामानुज
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