सरकार तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए प्रयासरत : मंत्री सुबोध
-विश्वविद्यालय का एक और कैम्पस संस्थान शीघ्र ही नरेन्द्र नगर में स्थापित होगा
-उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय ने मनाया अपना 20वां स्थापना दिवस
-तकनीकी शिक्षा मंत्री उनियाल ने किया एकेडमिक भवन का शिलान्यास
देहरादून, 27 जनवरी (हि.स.)। तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि राज्य सरकार तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए लगभग 500 करोड़ के बजट के प्रावधान से तकनीकी शिक्षा को विकसित के लिए प्रयासरत है। इसी के तहत विश्वविद्यालय का एक और कैम्पस संस्थान शीघ्र ही नरेन्द्र नगर में स्थापित के लिए जल्द नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा।
उत्तराखंड राज्य में तकनीकी शिक्षा के उन्नयन के लिए स्थापित वर्तमान वीर माधो सिंह भण्डारी उत्तराखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (यूटीयू) का शनिवार को 20वां स्थापना दिवस और द्वितीय पूर्व छात्र सम्मेलन बड़े धूमधाम से बनाया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल ने विश्वविद्यालय परिसर में निर्मित होने वाले एकेडमिक भवन का शिलान्यास किया। इसके साथ हीं उन्होंने परिसर में निर्मित लॉन टेनिस कोर्ट, बास्केट बॉल कोर्ट और विश्वविद्यालय कैन्टीन भवन, ओपन जिम, स्टूडेंट लाउंज का लोकार्पण भी किया।
तकनीकी शिक्षा मंत्री उनियाल ने कहा कि वीर माधो सिंह भण्डारी उत्तराखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने इन डेढ़-दो वर्षों में तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्तापरक शिक्षा प्रदान किये जाने की जो धारणा बनायी है, उससे विश्वविद्यालय ने अपनी अच्छी पहचान बनायी है, यह अच्छे संकेत हैं। आज विश्व में जिस तेजी से तकनीकी बदलाव हो रहे हैं, उसके दृष्टिगत आर्टिफिसियल इंटेलीजेंस, रोबोटिक्स व कम्प्युटिंग जैसे विषयों पर विश्वविद्यालय को छात्र-छात्राओं के बीच अधिक से अधिक चर्चा करनी होगी ताकि टेक्नोलॉजी का उनकी ओर से सही दिशा में इस्तेमाल किया जा सके और यंग इण्डिया को सशक्त भारत बनाने में छात्र अपनी जिम्मेदारी को निभा सकें।
मंत्री उनियाल ने कहा कि छात्रों को उनकी जिम्मेदारी का एहसास कराने का कार्य एक टेक्नोक्रेट के माध्यम से ही सम्भव हो सकता है। तकनीकी प्रधानमंत्री का सपना है कि वर्ष-2047 तक भारत को आर्थिक, सामाजिक, तकनीकी व वैज्ञानिक रूप से सशक्त बनाना है। सभी डॉक्टर्स व इंजीनियर्स को बदलती तकनीकी के साथ अपने आप को भी अपडेट करते रहना होगा। विश्वविद्यालय की ओर से एल्युमिनी मीट का आयोजन किया जाना भी सराहनीय प्रयास है।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के कैम्पस संस्थानों का बहुत बड़ा महत्व है उनमें गुणवत्तापरक शिक्षा के लिए अच्छा इंफास्ट्रक्चर विकसित किये जाने के प्रयास पर ध्यान दिया है। विश्वविद्यालय का एक और कैम्पस संस्थान शीघ्र ही नरेन्द्र नगर में स्थापित होने जा रहा है जिसका जल्द नोटिफिकेशन जारी हो जायेगा। उन्होंने विश्वविद्यालय के कैम्पस संस्थान निदेशकों को सन्देश देते हुए कहा कि वह छात्रहित की धारण को रखते हुए अपनी जिम्मेदारी समझें। उन्होंने विश्वविद्यालय में सारे कार्यों का डिजिटलाइजेशन करने के कुलपति के प्रयासों की सराहना की
सहसपुर विधायक सहदेव पुण्डीर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि हमारी सरकार का प्रयास है कि छात्रों को अच्छी सुविधायुक्त व गुणवत्तापरक शिक्षा मिले। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय से अपेक्षा करते हुए कहा कि वीर माधो सिंह भण्डारी, जिनके नाम पर इस विश्वविद्यालय का नामकरण हुआ है, उस विषय पर छात्रों के लिए परिचर्चा का एक सत्र होना चाहिए।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ओंकार सिंह ने पूर्व छात्रों और अतिथियों का स्वागत करते हुए सभी को विगत एक वर्ष की प्रगति से अवगत कराया। साथ ही स्मार्ट इण्डिया हैकाथॉन-2023 की प्रतियोगिता में परिसर संस्थान नन्ही परी सीमान्त इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट पिथौरागढ़ की विजेता टीम के छात्रों और उनके मेंटर को सम्मानित किया।
कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि अपर मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश मोनिका गर्ग ने कहा कि आर्टिफिसिएल इंटेलीजेंस के बारे हमारे देश की आधी से भी ज्यादा आबादी अनजान है। हमें सकारात्मक दिशा में प्रभावशाली शिक्षा तंत्र को विकसित करने को उचित प्रयास करने होंगे और भारत आर्टिफिसियल इंटेलीजेंस के क्षेत्र में ग्लोबल पार्टनरशिप की भूमिका निभा रहा है। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय का डिजिटल सोविनियर- 2023 भी जारी किया गया है, जिसमें विश्वविद्यालय की उपलब्धि व आगामी प्रस्तावित कार्यों का विवरण रखा गया है। कार्यक्रम में सात 07 पूर्व छात्रों को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए एल्युमिनी अवार्ड भी वितरित किये गये।
विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित स्थापना दिवस कार्यक्रम के दौरा द्वितीय सत्र में आर्टिफिसियल इंटेलीजेंस, क्वांटम मेटावर्स विषय पर सेमिनार भी आयोजित किया गया। इसमें इन क्षेत्रों के एक्सपर्ट्स प्रो.संजीव कुमार, प्रो. अनिल आदि ने छात्रों से संवाद कर उन्हें सही दिशा में अपनायी जाने वाली नई-नई तकनीकी के बारे में जानकारी दी। विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. सत्येन्द्र सिंह ने उपस्थित सभी सम्मानित जनों का ध्यान ज्ञापित किया।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के वित्त नियंत्रक विक्रम सिंह जंतवाल, कुलसचिव प्रो. सत्येन्द्र सिंह, परीक्षा नियंत्रक डॉ. वी.के. पटेल व परिसर संस्थान निदेशक प्रो. मनोज कुमार पाण्डा,महिला प्रौद्योगिकी संस्थान, डॉ. एस.के. प्रधान, निदेशक टी.एच.डी.सी.आई.एच.ई.टी. टिहरी, डॉ. अमित अग्रवाल निदेशक.आईटी गोपेश्वर, डॉ. एच.एल.मंदौरिया निदेशक आई.टी. टनकपुर सहित विभिन्न संस्थानों के निदेशक, शिक्षक व विश्वविद्यालय के अधिकारी, शिक्षक और कर्मचारी और छात्र-छात्राएं उपस्थिति थे।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश/रामानुज
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