उत्तराखंड : मतगणना की सभी तैयारी पूरी, 27 ऑब्जर्वर तैनात
- सुबह आठ बजे से होगी मतगण्ना
देहरादून, 03 जून (हि.स.)। राज्य की पांचों लोकसभा सीटों के मतों की मतगणना की सभी तैयारी पूर्ण कर ली गई हैं। चार जून को प्रातः 8 बजे से सभी लोकसभा सीटों पर मतगणना कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू होगी। ईवीएम काउंटिंग के लिए राज्यभर में 884 टेबल बनाए गए हैं। मतगणना की सभी प्रक्रियाओं में निगरानी रखने के लिए 27 ऑब्जर्वर तैनात किए गए हैं।
सोमवार को सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. विजय जोगदंडे ने पत्रकारों से बातचीत में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जनपद स्तर पर सभी राजनीतिक पार्टियों के साथ बैठकें संपन्न हो चुकी हैं। सभी प्रत्याशियों के एजेंट और पार्टी के पदाधिकारीयों को स्ट्रॉन्ग रूम को खोलते समय उपस्थित रहने का अनुरोध किया गया है।
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि निर्वाचन आयोग की ओर से काउंटिंग की तैयारियों एवं काउंटिंग की सभी प्रक्रियाओं में निगरानी रखने के लिए 27 ऑब्जर्वर राज्य में तैनात किए गए हैं। सभी ऑब्जर्वर अपने-अपने जनपदों में पहुंच चुके हैं। स्ट्रांग रूम को खोलते समय सभी प्रक्रियाओं की वीडियोग्राफी की जायेगी।
उन्होंने कहा कि यदि प्रत्याशी चाहे तो दूरस्थ जिले के ए.आर.ओ टेबल पर अपना काउंटिंग एजेंट नामित कर सकते हैं। प्रत्येक विधानसभा में पांच रैंडम सिलेक्टेड वीवीपैट मशीन के अंदर पर्चियों की काउंटिंग की जाएगी। जिसके उपरांत उसे ईवीएम में प्राप्त मतों के साथ टैली किया जाएगा।
पहले पोस्टल बैलट की काउंटिंग:
आरओ हेडक्वार्टर पर सुबह 8 बजे से सर्वप्रथम पोस्टल बैलट की काउंटिंग शुरू होगी, सुबह 8:30 बजे से ईवीएम काउंटिंग शुरू होगी। यह व्यवस्था मात्र आर.ओ हेडक्वाटर में सुनिश्चित होगी,जहां पोस्टल बैलेट आते हैं। अन्य जिलों में सुबह 8 बजे से ईवीएम काउंटिंग शुरू होगी।
प्रत्येक टेबल पर तीन कार्मिक तैनात:
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि पूरे प्रदेश में ईवीएम काउंटिंग के लिए 884 टेबल बनाई गई हैं। एक विधानसभा में अधिकतम 14 टेबल काउंटिंग के लिए रखी हैं। सभी जनपदों में टेबल्स की अलग-अलग संख्या हो सकती है। प्रत्येक टेबल पर तीन कार्मिक तैनात किए जाएंगे। जिसमें एक काउंटिंग सुपरवाइजर, काउंटिंग असिस्टेंट और माइक्रो आब्जर्वर होंगे। इसके अतिरिक्त रिजर्व में 120 कार्मिकों की तैनाती भी की जाएगी। मतगणना स्थल पर विद्युत, पेयजल, खानपान एवं लॉ एंड ऑर्डर के लिए विशेष अधिकारियों की तैनाती की जाएगी। काउंटिंग सेंटर के लिए स्पेशल मजिस्ट्रेट की तैनाती भी की गई है।
मतगणना केन्द्र की सुरक्षा तीन घेरों में:
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि काउंटिंग सेंटर में सुरक्षा के दृष्टिगत तीन घेरों में सुरक्षा व्यवस्था बनाई गई है। जिसमें सबसे अंदर घेरे में सीआरपीएफ की ओर से ड्यूटी दी जा रही है। दूसरे घेरे में राज्य सशस्त्र पुलिस बल एवं तीसरे घेरे में राज्य पुलिस द्वारा ड्यूटी तैनात की जाएगी। किसी भी व्यक्ति को तीसरे घेरे के आगे वाहन ले जाने की अनुमति नहीं होगी। सभी आने वाले व्यक्तियों/ अधिकारियों/ कार्मिकों को डी.ओ या फिर आर.ओ की ओर से जारी पहचान पत्र के आधार पर ही एंट्री दी जाएगी। उम्मीदवारों एवं पॉलीटिकल पार्टी की ओर से नियुक्त किए जाने वाले काउंटिंग एजेंट फार्म 18 में दिए गए नियुक्ति पत्र एवं पहचान पत्र के साथ प्रवेश कर सकते हैं। मतगणना स्थल पर किसी भी व्यक्ति को मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति नहीं होगी। जिसके लिए अलग से मोबाइल डिपॉजिट सेंटर बनाए गए हैं। इसके अतिरिक्त कोई भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस ले जाने पर सख्त रोक है।
अब तक 52053 पोस्टल बैलेट प्राप्त:
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतदान के दौरान मतदान कार्मिकों की ओर से कुल 27156 पोस्टल बैलेट का प्रयोग किया गया। इसके अतिरिक्त 12670 दिव्यांग एवं वृद्ध मतदाताओं ने मतदान किया था। साथ ही इलेक्ट्रॉनिकली ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलेट सिस्टम (ईटीपीबीएस) के माध्यम से अब तक 52053 पोस्टल बैलेट प्राप्त हो चुके हैं। राज्य में कुल 57.22 प्रतिशत मतदान हुआ। जिसमें कुल 47,72,000 मत पड़े। जिसमें 23,55,000 महिलाओं और 2416000 पुरुषों के अलावा 87 ट्रांसजेंडरो ने अपने मत का इस्तेमाल किया।
मीडिया कंट्रोल रूम स्थापित:
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि काउंटिंग में पारदर्शिता के लिए समस्त प्रक्रियाओं की वीडियोग्राफी की जाएगी। मीडिया के लिए मीडिया कंट्रोल रूम की व्यवस्था की गई है।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश/वीरेन्द्र
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