चुनाव प्रशिक्षण के पहले दिन 63 कार्मिक रहे अनुपस्थित
- 1677 पीठासीन अधिकारियों ने निर्वाचन प्रक्रिया के दायित्वों को समझा
देहरादून, 18 मार्च (हि.स.)। लोकसभा चुनाव शांतिपूर्वक एवं निष्पक्ष संपन्न कराने के लिए उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड के प्रेक्षागृह में सोमवार से पीठासीन अधिकारियों का प्रशिक्षण शुरू हो गया। पहले दिन 1740 में से 1677 पीठासीन अधिकारियों ने प्रशिक्षण लिया, जबकि 63 कार्मिक अनुपस्थित रहे। नोडल अधिकारी कार्मिक व स्वीप झरना कमठान ने प्रशिक्षण के लिए आये कार्मिकों को निर्वाचन प्रक्रिया के कार्यों एवं दायित्वों के बारे में बारीकी से समझाया।
जिला निर्वाचन अधिकारी सोनिका ने कहा कि निष्पक्ष एवं पारदर्शी निर्वाचन कराना हमारी जिम्मेदारी है। सभी कार्मिक प्रशिक्षण को बारीकी से समझें, ताकि निर्विघ्न रूप से पारदर्शिता के साथ निर्वाचन संपन्न कराया जा सके। साथ ही मतदाताओं से भी अपने मताधिकार का प्रयोग करने की अपील की। जिला निर्वाचन अधिकारी ने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे कार्मिकों की समस्या सुनी और सुझाव भी लिए।
प्रलोभन में न आएं मतदाता, आयोग की कड़ी नजर
निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि किसी के प्रलोभन में नहीं आना है। पोलिंग पार्टियां यह ध्यान रखें कि मतदान पार्टी जिस वाहन में गए हैं उसी वाहन से वापस आएं। यह भी निष्पक्षता एवं पारदर्शिता का एक अंग है। यह महत्वपूर्ण है कि प्रक्रिया समय से हो। इसके लिए जरूरी है कि मॉक पोल समय पर हो और पोलिंग समय से शुरू हो।
इस दौरान अपर जिलाधिकारी प्रशासन जयभारत सिंह सहित समस्त एआरओ, मास्टर ट्रेनर एवं निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण विक्रम सिंह, सहायक नोडल प्रशिक्षण डॉ. मनीष बिष्ट, गिरीश थपलियाल, संदीप वर्मा, नोडल अधिकारी मीडिया व सहायक निदेशक सूचना बद्री चंद्र आदि थे।
हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/सत्यवान/वीरेन्द्र
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